रायपुर। छत्तीसगढ़ में महीनेभर से चल रही पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। इस बात की जानकारी राजस्व पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष भागवत कश्यप ने दी है, उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण काफी सारे काम रूक गए थे, वे सब जनहित के लिए काम करते हैं। ऐसा करने से जनता को तकलीफ हो रही है, इन सब को देखते हुए उन्होंने ये हड़ताल स्थगित किया है।
दरअसल,15 मई से पटवारियों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की थी। राज्य सरकार के एस्मा (एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट) लगाने के बाद भी पटवारियों की हड़ताल नहीं रुकी, जिससे पूरा कामकाज ठप पड़ गया। इस हड़ताल के कारण ना तो सीमांकन हो रहा और ना ही आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बन पा रहे है। इन सभी दस्तावेजों की जरुरत उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए पड़ती है और अभी प्रवेश शुरू होने वाले हैं, ऐसे में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी भी परेशान हो रहे थे।
इन मांगों पर कर रहे थे हड़ताल
पटवारियों की हड़ताल 08 सूत्रीय मांगों को लेकर थी. इनमें पटवारियों के वेतन में बढ़ोतरी,वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, कार्यालय, संसाधन और भत्ते देने के साथ स्टेशनरी का भत्ता व अन्य हल्के काम का अतिरिक्त प्रभार मिलने पर भत्ता, पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक करने की मांग भी की गई थी। इसके साथ ही मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए, तो वहीं बिना विभागीय जांच के पटवारियों पर एफआईआर दर्ज ना करने की मांग गई थी.