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बिलासपुर: शिक्षा विभाग एक और बड़ा कारनामा, देखिए कैसे करते है खिलाडियों से खिलवाड़, अब जांच पर उठ रहा सवाल…

संयुक्त संचालक शिक्षा, बिलासपुर संभाग के स्पोर्ट्स विभाग का गैर जिम्मेदाराना कारनामा सामने आया है, स्पोर्ट्स टीचर कृष्णा पटेल द्धारा कोरबा लेकर गए

बिलासपुर। संयुक्त संचालक शिक्षा, बिलासपुर संभाग के स्पोर्ट्स विभाग का गैर जिम्मेदाराना कारनामा सामने आया है, स्पोर्ट्स टीचर कृष्णा पटेल द्धारा कोरबा लेकर गए नाबालिग 48 खिलाड़ियों को बेसहारा भूखे प्यासे छोड़ कर भाग आया। अपने आपको अंजान में शहर असहाय महसूस कर नाबालिक खिलाड़ियो ने पहले तो अपने परिजनों को इसकी सूचना दी अपनी आपबीती सुनाई, फिर खिलाड़ी बच्चों के घबराए परिजनों ने स्पोर्ट्स टीचर कृष्णा पटेल के विरूद्ध पांच बिंदु का शिकायत जेडी कार्यालय को किया।

इस कृत्य को लेकर संयुक्त संचालक स्पोर्ट्स के असिस्टेंट डायरेक्टर जीडी गर्ग से लिखित में शिकायत कर कृष्णा पटेल के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की, खिलाड़ी बच्चों के परिजनों की शिकायत पर शिक्षक संचालनालय स्पोर्ट्स के असिस्टेंट डायरेक्टर जीडी गर्ग ने नोटशीट तैयार कर कृष्णा पटेल को शुक्रवार को तलब कर उनका बयान दर्ज़ किया है।

दरअसल बिलासपुर संभाग के शिक्षक संचालक को खिलाडियों के परिजनों की गंभीर शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें बताया गया की सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए जिला कोरबा में प्रतियोगिता आयोजित होना है। शिक्षक संचालनालय स्पोर्ट्स के असिस्टेंट डायरेक्टर जीडी गर्ग ने पूरी जिमेदारी डीईओ कार्यालय पर डालते हुए पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि डीईओ कार्यालय द्वारा कृष्णा पटेल को प्रमुख प्रबंधक बनाकर खिलाडियों के साथ जिला कोरबा भेजा गया था, पर उन्होने खिलाड़ी बच्चों के साथ जो किया है उसकी शिकायत हमें 5 बिंदुओं में प्राप्त हुई है, जिसमें सबसे गंभीर शिकायत यह है की खिलाड़ी बच्चों के संरक्षक बनकर जाने के बाद ऐसी कौन सी आपदा आ गई थी की कृष्णा पटेल ने 46 बच्चों को असहाय छोड़ आने पर विवश होना पड़ा, इसके साथ अन्य और भी शिकायत है, जिसको लेकर आज कृष्णा पटेल को जेडी ऑफिस तलब किया गया और इन पांच सवालों का जवाब तलब किया।

1. प्रमुख प्रबंधक, बिलासपुर के द्वारा प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ी प्रतिभागियों की प्रविष्टि जांच नहीं किया गया।

2. प्रमुख प्रबंधक, के द्वारा कोच मैनेजर की सूची का जमा नहीं किया जाना।

3. प्रमुख प्रबंधक के द्वारा सुब्रतो फुटबाल बालक 14 एवं 17 वर्ष के खिलाड़ियों को छोड़कर चले जाना।

4. प्रमुख प्रबंधक के द्वारा खिलाड़ी प्रतिभागियों के भोजन की राशि जमा किये बगैर चले जाना।

5. सहा. जिला क्रीडा अधिकारी कोरबा / संभागीय सुब्रतो फुटबाल प्रतियोगिता कोरबा के द्वार दूरभाष से सूचना देने पर गलत तरीके से जवाब तलब करन

कृष्णा पटेल से जांच अधिकारियों द्वारा की गई जांच पड़ताल के बाद ऐसा माना जा रहा है की कृष्णा पटेल ने जो लापरवाही नाबालिक खिलाडियों के साथ किया है, वे दोषी करार दिए जाएंगे। अब देखना यह होगा की जेडी ऑफिस के जिम्मेदार इस गंभीर मुद्दे पर कब और क्या एक्शन लेते है।

सवाल यह भी उठता है की सूचना पर जेडी कार्यालय पहुंचे पत्रकारों से कृष्णा पटेल से मिलने क्यों नही दिया। अधिकारी ने प्रेस से बात करने क्यों नही दिया। सामने बैठे होने के बाद भी क्यों नही बताया गया कि कृष्णा पटेल यही है। इतना सब देखते हुए आप कैसे कह सकते है कि निष्पक्ष जांच होगी।

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