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राजनीति

सीक्रेसी और सरप्राइज: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली नई बीजेपी कैसे चुनती है सीएम? सिर्फ इन तीन लोगों को होती है खबर…

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से बीजेपी ने 3 राज्यों में प्रचंड जीत दर्ज की

BJP CM Announcement Process: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से बीजेपी ने 3 राज्यों में प्रचंड जीत दर्ज की है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां भाजपा दोबारा सत्ता में आई है तो मध्य प्रदेश में सरकार रिपीट हुई है। हालांकि 3 दिसंबर को जारी हुए चुनावों के परिणामों के 6 दिन बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री कौन होगा? इसे लेकर मंथन जारी है।

जीत के बाद बैठकों का दौर जारी है। जिसमें भाजपा लगातार यह तय करने में जुटी है कि इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री की कुर्सी कौन संभालेगा। हालांकि अब तक के कुछ सीएम चुनने के पैटर्न पर गौर करें तो जब मुख्यमंत्री की बात आती है तो पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई भाजपा ‘गोपनीयता’ और ‘आश्चर्य’ साथ लेकर चलती है।

सिर्फ 3 लोगों की पता है कौन होगा सीएम?

विभिन्न मुख्यमंत्री पद के संभावित लोग चुप हो जाते हैं, ताकि वे अपनी संभावनाएं खराब ना कर दें, कोई पैरवी या ताकत का प्रदर्शन या दबाव काम नहीं करता है, और ‘सही निर्णय’ लेने को इस बात से प्राथमिकता दी जाती है कि किसी को बनाने में कितना समय लगता है। इसके अलावा भाजपा में केवल शीर्ष तीन – नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा – जानते हैं कि अंतिम पसंद कौन है।

20 संभावित मुख्यमंत्रियों के चर्चाओं में नाम

तीन राज्यों में बीजेपी की बड़ी जीत के 6 दिन बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर सस्पेंस बरकरार है। मीडिया में तीन राज्यों में लगभग 20 संभावित मुख्यमंत्रियों की अनुमानित सूची जारी की है। लेकिन अब तक इस बारे में कुछ भी संकेत नहीं मिले हैं कि भाजपा आखिर किसे चुनेगी।

इस बार भी होगा कुछ चौंकाने वाला?

हालांकि ऐसा पहली दफा नहीं हो रहा है। भाजपा पहले भी सीएम के नाम को लेकर चौंका चुकी है। माना जा रहा है कि इन तीन राज्यों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है। जानकारों की मानें तो पार्टी की नजर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों पर भी है। ऐसे में भाजपा ने सीएम फाइनल करने को लेकर कब-कब चौंकाया।

योगी से लेकर पटेल तक, सब रह गए हैरान!

योगी आदित्यनाथ ने सोचा था कि 2017 में उत्तर प्रदेश में व्यस्त चुनाव अभियान के बाद उन्हें एक बहुत जरूरी ब्रेक मिलेगा, क्योंकि उन्हें संसद समिति के दौरे के लिए विदेश जाना था। चुनावों में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में उनका नाम कहीं भी नहीं था और चुनावी पोस्टरों पर भी उनकी तस्वीर नहीं थी।

लेकिन पीएम मोदी के निर्देश पर विदेश मंत्रालय ने उन्हें बाहर जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसके कुछ दिन बाद तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें दिल्ली बुलाया और बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। इसके बाद वह लखनऊ गए और उन्हें सीएम घोषित कर दिया गया था। इस फैसले ने सबको हैरान कर दिया था।

2021 में भूपेन्द्र पटेल अहमदाबाद में अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक छोटी सी बैठक कर रहे थे और सड़क पर पौधे लगा रहे थे, जब उन्हें भाजपा कार्यालय पहुंचने के लिए फोन आया, जहां सभी विधायकों को बुलाया गया था। विजय रूपाणी के स्थान पर गुजरात के सीएम के रूप में उनके नाम की घोषणा होने से पहले उन्होंने बैठक में आखिरी पंक्ति में सीट ली थी। कुछ लोगों को पटेल के बारे में अधिक जानने के लिए उनका नाम गूगल करना पड़ा, क्योंकि तब तक मीडिया में सभी प्रमुख नामों की अटकलें लगाई जा चुकी थीं।

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