बिलासपुर। एक नवजात शिशु की जिंदगी उस वक्त बच गई जब बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात सिविल डिफेंस स्टाफ ने मानवीय संवेदनाओं और तेज़ निर्णय क्षमता का परिचय देते हुए तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाई। यह घटना भारतीय रेलवे की सेवा भावना और जिम्मेदारी का एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है।
बिहार के एक दंपति अपने नवजात शिशु को लेकर रायपुर एम्स आए थे। जन्म के तुरंत बाद से ही बच्चे को गंभीर हृदय संबंधी समस्या थी, और रायपुर में अपेक्षित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न हो पाने के कारण वे पटना एम्स की ओर रवाना हो गए। इसके लिए उन्होंने साउथ बिहार एक्सप्रेस से यात्रा शुरू की।
यात्रा के दौरान शिशु को दी जा रही ऑक्सीजन सपोर्ट अचानक कम होने लगी, जिससे स्थिति नाजुक हो गई। ऐसे समय में ट्रेन बिलासपुर स्टेशन पर कुछ ही देर के लिए रुकी थी, और यहीं से एक संघर्षमयी राहत कार्य की शुरुआत हुई। स्टेशन पर तैनात सिविल डिफेंस स्टाफ ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझा और बिना समय गंवाए नवजात के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर दी। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर प्राथमिक चिकित्सा सहायता भी मुहैया कराई गई, जिससे बच्चे की हालत स्थिर बनी रही।
इस सराहनीय कार्य के लिए दंपति ने भारतीय रेलवे और विशेष रूप से बिलासपुर स्टेशन के सिविल डिफेंस कर्मचारियों का दिल से आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि यदि यह सहायता समय पर न मिलती, तो उनका बच्चा शायद इस कठिन यात्रा को पार नहीं कर पाता।
रेलवे प्रशासन ने भी इस घटना पर संतोष जताते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सिविल डिफेंस टीम की तत्परता और सेवा भावना की विशेष रूप से सराहना की और उन्हें सम्मानित करने की बात भी कही।