
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टी.एस. सिंहदेव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। बिलासपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान जब उनसे प्रदेश सरकार के प्रदर्शन पर अंक देने को कहा गया, तो उन्होंने सरकार को 10 में से केवल 4 अंक दिए।
सिंहदेव ने कहा कि सरकार को सिर्फ इसलिए अंक नहीं दिए जा सकते कि कार्यालय समय पर खुल रहे हैं, अधिकारी-कर्मचारी दफ्तर में बैठ रहे हैं, बिजली बिल पट रहा है, वेतन और पेंशन समय पर मिल रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर सिर्फ इन आधारों पर सरकार को परखा जाए तो उसे 10 में से 4 अंक देना ही उचित होगा।”
पूर्व मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी सरकार को आंकने के लिए केवल बुनियादी प्रशासनिक कार्यों को मानक नहीं माना जा सकता। उन्होंने विकास, जनकल्याण, पारदर्शिता और आम जनता से संवाद जैसे पहलुओं को अधिक महत्वपूर्ण बताया। सिंहदेव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश सरकार अपने सौ दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में विभिन्न उपलब्धियों का दावा कर रही है।
टीएस सिंहदेव के इस बयान से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस इसे प्रदेश सरकार की विफलता का प्रमाण मान रही है, वहीं भाजपा का कहना है कि यह बयान पूर्वाग्रह से प्रेरित है।
गौरतलब है कि टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक गंभीर और संतुलित नेता माने जाते हैं, और उनके बयान अक्सर तथ्यों पर आधारित होते हैं। ऐसे में उनका यह मूल्यांकन भाजपा सरकार के लिए एक चिंतन का विषय हो सकता है।