रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपने आधिकारिक लेटरहेड पर कूटरचित (फर्जी) पत्र तैयार किए जाने के गंभीर मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक, रायपुर को एक लिखित शिकायत सौंपकर दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि फेडरेशन राज्य निर्माण के समय से ही शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों की समस्याओं के समाधान हेतु शासन से संवाद और समन्वय के माध्यम से सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। हाल ही में फेडरेशन के संज्ञान में यह गंभीर मामला आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति या तत्व ने फेडरेशन के अधिकृत लेटरहेड का दुरुपयोग कर, प्रांतीय संयोजक के फर्जी हस्ताक्षर के साथ, एक कूटरचित पत्र तैयार कर विभिन्न माध्यमों से प्रचारित किया है।
इस संबंध में दिनांक 16 मई 2025 को पत्र क्रमांक 659 के माध्यम से पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़ को सूचित कर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई थी। इसके बावजूद अब तक ऐसी दो फर्जी शिकायती पत्र फेडरेशन के संज्ञान में आ चुके हैं, जो कि सीधे प्रधानमंत्री को संबोधित हैं। इन पत्रों के प्रेषण के लिए कूटरचित लिफाफों का उपयोग किया गया, जिनकी प्रतिलिपियाँ पुलिस अधीक्षक को सौंप दी गई हैं।
फेडरेशन ने यह भी स्पष्ट किया है कि शासन से होने वाला कोई भी पत्राचार केवल अधिकृत व्हाट्सएप नंबर या ईमेल आईडी के माध्यम से ही किया जाता है। अतः उक्त पत्र न केवल फर्जी हैं, बल्कि संगठन की छवि धूमिल करने का प्रयास भी प्रतीत होते हैं।
संयोजक वर्मा ने कहा कि इस तरह के कृत्य न केवल फेडरेशन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि प्रशासन और शासन के बीच भ्रम भी उत्पन्न करते हैं। उन्होंने मांग की कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाए और विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की जाए।