बिलासपुर। शहर की सड़कों पर आवारा घूमते पालतू मवेशी अब केवल ट्रैफिक जाम या दुर्घटना का कारण नहीं, बल्कि प्रशासनिक कार्रवाई का विषय बनते जा रहे हैं। नगर निगम बिलासपुर ने लापरवाही बरतने वाले पशुपालकों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए एक और एफआईआर दर्ज करवाई है। यह इस तरह की दूसरी एफआईआर है, जो पालतू जानवरों को लावारिस हालत में सार्वजनिक स्थलों पर छोड़ने के खिलाफ दर्ज की गई है।
निगम द्वारा लगातार मवेशी पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 2 अगस्त को जोन क्रमांक 3 की टीम ने राजेन्द्र नगर के शिव मंदिर के पास दो गाय और एक बछड़े को सड़क पर छोड़ा हुआ पाया। पूछताछ में सामने आया कि ये मवेशी स्थानीय निवासी संतोष यादव के हैं। टीम द्वारा कई बार बुलाने और समझाइश देने के बावजूद जब उन्होंने पशुओं को अपने घर नहीं ले जाया, तब निगम के प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी दिनेश कौशिक ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने संतोष यादव के खिलाफ अपराध क्रमांक 978/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 291, 285 तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 3, 11, 1(आई) के अंतर्गत अपराध दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई प्रारंभ की है।
नगर निगम का कहना है कि शहर में कई ऐसे पशुपालक हैं, जो दिन में अपने मवेशियों को खुला छोड़ देते हैं और रात में उन्हें फिर से घर ले जाते हैं। इस प्रवृत्ति से न केवल मवेशियों की जान जोखिम में पड़ती है, बल्कि राहगीरों और वाहन चालकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आए दिन हादसे हो रहे हैं, ट्रैफिक बाधित हो रहा है और आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने पालतू पशुओं को खुले में न छोड़ें और उनके लिए चारा-पानी की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि मवेशी खुले में पाए गए तो जिम्मेदार पशुपालक पर कार्रवाई तय है।