बिलासपुर। रक्षाबंधन के पावन पर्व और विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर चौकी जूनापारा पुलिस ने भाई-बहन के रिश्ते को सुरक्षा के संदेश के साथ जोड़ा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे विभिन्न जनजागरूकता अभियानों के तहत चौकी प्रभारी संजीव कुमार ठाकुर एवं उनकी टीम ने ‘राखी विथ खाकी’ कार्यक्रम आयोजित कर यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
अभियान की शुरुआत ग्राम विजयपुर स्थित ऐतिहासिक विजयपुर किला परिसर में बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, गोंडवाना चिन्ह ‘सल्ले घाघरा’ और बूढ़ामहादेव मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने से हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा और एसडीओपी (कोटा) नूपुर उपाध्याय के मार्गदर्शन में पुलिस बल ने त्योहार के दौरान सुरक्षा चाक-चौबंद रखने के लिए विशेष गश्त की।
इसके बाद चौकी के सामने यातायात अभियान के तहत मोटरसाइकिल चालकों की जांच की गई। दो से अधिक सवारियों के साथ यात्रा करने वालों को रोका गया और उन्हें ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई। मौके पर पुलिसकर्मियों ने भाई-बहन के रिश्ते की मिसाल पेश करते हुए चालकों की कलाई पर राखी बांधी, मिठाई खिलाई और नियमों का पालन करने की समझाइश देकर विदा किया।
अभियान का एक और विशेष पहलू था — बेसहारा और आवारा पशुओं की सुरक्षा। मुख्य सड़क मार्ग पर घूम रहे पशुओं के गले में रेडियम युक्त पीले बेल्ट लगाए गए, जिससे रात में वाहन चालक उन्हें दूर से पहचान सकें और सड़क दुर्घटनाओं की आशंका कम हो।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस इस समय “चेतना अभियान”, “आओ सवेरे कल अपना अभियान”, “सियान चेतना अभियान”, “यातायात अभियान”, “ऑपरेशन मुस्कान”, और “मानस नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन 1933” जैसे कई जनहितकारी अभियानों को मजबूती से संचालित कर रही है, जिनका असर जमीनी स्तर पर साफ दिखाई दे रहा है।
रक्षाबंधन जैसे अवसर पर ‘राखी विथ खाकी’ और सड़क सुरक्षा के साथ पशु संरक्षण का यह अनूठा संयोजन न केवल पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करता है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी का भी उत्कृष्ट उदाहरण पेश करता है।