बिलासपुर, 10 नवंबर 2025।
बिलासपुर जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई अंजाम दी। टीम ने नायब तहसीलदार देश कुमार कुर्रे को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई एसीबी डीएसपी अजितेश के नेतृत्व में की गई, जिसने पूरे राजस्व अमले में सनसनी फैला दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, नायब तहसीलदार कुर्रे ने एक जमीन के नामांतरण और दस्तावेजों में सुधार के लिए कुल डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता प्रवीण पाटनवार, निवासी बिटकुला, ने बताया कि उनकी मां के नाम की जमीन को उनके भाई-बहनों के नाम चढ़वाने की प्रक्रिया चल रही थी। इस काम के बदले अधिकारी ने रिश्वत की मांग की।

प्रार्थी ने भ्रष्टाचार की शिकायत एसीबी से की, जिसके बाद टीम ने योजना बनाकर जाल बिछाया। तय समय पर जब अधिकारी रिश्वत की पहली किस्त 50 हजार रुपये ले रहे थे, तभी एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
कार्रवाई के बाद आरोपी से रकम बरामद कर ली गई है और एसीबी ने आगे की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल अधिकारी से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने इससे पहले भी ऐसे मामले में रिश्वत ली है या नहीं।
एसीबी की इस त्वरित कार्रवाई से सरकारी दफ्तरों में हड़कंप मच गया है। खासकर राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सकते में हैं। बताया जा रहा है कि एसीबी की टीम अब जिले के अन्य घूसखोर अफसरों की भी निगरानी में जुट गई है।
एसीबी की अपील:
ब्यूरो ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार की जानकारी तुरंत साझा करें। शिकायत की गोपनीयता रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
संदेश साफ है — भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस।
एसीबी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अब सरकारी सिस्टम में रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और जो अधिकारी जनता से पैसे लेकर काम करवाने की कोशिश करेंगे, उन्हें जेल जाना तय है।


