Monday, December 23, 2024
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बिलासपुर: मुख्यमंत्री ने नेवरा में मनाया हरेली तिहार,26 मॉडल गौठानों का किया लोकार्पण, धान का समर्थन मूल्य बढ़ने से किसानों की शक्ति बढ़ी- भूपेश बघेल

बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम नेवरा के नवनिर्मित गौठान में ग्रामीणों के साथ हरेली तिहार मनाया तथा जिले में बनाये गए मॉडल 26 गौठानों का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि धान समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों के पास पैसा आया है और इसका लाभ केवल किसानों को नहीं बल्कि मजदूर और व्यापारियों को भी मिला है। इसी के चलते प्रदेश में आटोमोबाइल्स और सोने-चांदी की बिक्री में भी वृद्धि हुई है।

छत्तीसगढ़ के पहले पारम्परिक त्यौहार हरेली मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में ग्राम नेवरा में उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री ने यहां के गौठान में चरवाहे और गाय-बछड़े की मूर्ति का अनावरण किया, कृषि औजारों की पूजा की और गायों को कलेवा खिलाया। मुख्यमंत्री को खुमरी भी पहनाई गई। उन्होंने गौठान के चरवाहों को लाठी, नारियल और गमछा देकर रोका-छेका की रस्म अदा की। रोका-छेका की रस्म हरेली की पूजा के बाद की जाती है। किसान अपने पशुओं को यह कहकर चरवाहों को सौंपते हैं कि आज से पशुओं की देखभाल की जवाबदारी उसकी है।

इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ी में सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें ‘गाड़ा-गाड़ा’ बधाई दी। उन्होंने कहा कि पहली बार हरेली में शासन ने अवकाश घोषित किया है। पहली बार किसानों का ऋण माफ किया गया है, पहली बार धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये किया गया है और पहली बार तेंदूपत्ता चार हजार रुपये मानक बोरा दर से खरीदा गया है। पहली बार प्रदेश में गौठान बनाये गए हैं। आज पहली बार लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी सरकार है। यही वजह है कि सरकार ने तीजा, करमा और विश्व आदिवासी दिवस पर भी छुट्टी की घोषणा की है। दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में पहली बार छत्तीसगढ़ी खाना और ठेठरी-खुरमी जैसे व्यंजन और किस्म-किस्म के चावल मिल रहे हैं। यह उनके मेनू में शामिल कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ में धान की 2500 वेरायटी है। मरवाही के जवा फूल को कोई कीमत नहीं मिल पाई है। उसकी कीमत मिलनी चाहिए। छत्तीसगढ़ में बटर मशरूम की पैदावार होती है, पर बाहर से यहां से आता है। छत्तीसगढ़ के होटलों में बिलासपुर का मशरूम दिखे। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान हमारे तीज त्यौहार, खान-पान और बोल-चाल है, जो खत्म हो रहा था। आज हम उस पुराने गौरव को वापस पहचान दिलाने जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हरेली पर प्रदेश में 500 से अधिक गौठानों का एक साथ लोकार्पण किया गया। इन गौठानों को सरकार नहीं बल्कि गांव के लोग चलाएंगे। यहां चारा, छाया, पानी, कोटना आदि की व्यवस्था रहेगी। सरकार ने ध्यान दिया है कि हर गांव में चारे की कमी है इसलिये हर गांव में पांच से दस एकड़ जमीन चारे के लिए आरक्षित की जा रही है। इससे पशुधन को पौष्टिक आहार मिलेगा और दुग्ध उत्पादन बढ़ने से किसानों में समृद्धि आयेगी।
सरकार ने राज्य के छोटे-बड़े 33 हजार नालों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। अरपा नदी के सूखने के कारण आज यहां के लोग आंदोलित हो रहे हैं, लेकिन जब हम अरपा से जुड़ने वाले सभी नालों को साफ कर पुनर्जीवित करेंगे तो अरपा में अपने-आप पानी आने लगेगा।

चीला-चटनी का स्वाद लिया, गेड़ी में चढ़कर स्वीकार किया अभिवादन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई चीला-चटनी, फरा और गुलगुला का लुत्फ़ उठाया। महिलाओं ने ठेठरी, खुरमी, करी-लड्डू आदि व्यंजन भी उन्हें परोसा। महिला बाल विकास विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री ने देवसेना समूह द्वारा परसा के पत्तल से बनाये गए स्ट्रॉ से शीतल पेय ग्रहण किया और इसकी सराहना की। मरवाही की महिलाओं द्वारा बनाई गई लाख की चूड़ियों की उन्होंने प्रशंसा की। बाड़ी योजना के तहत उद्यानिकी विभाग ने किसानों को सब्जी बीज दिया था, जिससे उत्पादित तरोई, डोड़का, बरबट्टी मुख्यमंत्री को भेंट की गई।

त्यौहार के उत्साह को बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने गेड़ी पर चढ़कर सबको हरेली की बधाई दी और अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने नरियल फेंका और भौंरा चलाया। बच्चों को पारम्परिक फुगड़ी, बिल्लस, खो-खो खेल खेलते हुए देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाये थे। गौठान में महिला स्व-सहायता समूह, नेवरा की 43 महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है, जिनका उन्होंने अवलोकन किया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने स्वागत उद्वोधन दिया। तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ठाकुर ने कहा कि गौठान में की गई व्यवस्था से पशुधन का संवर्धन होगा और किसानों में समृद्धि आयेगी। कार्यक्रम में बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आर. पी. मंडल, सचिव टी.सी. महावर, संभागायुक्त बी.एल बंजारे, आई जी प्रदीप गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार  प्रदीप शर्मा, राजेश तिवारी सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि, महिलाएं और ग्रामीण, कृषक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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