रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर 5 महती योजनाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते थे। यही कारण है कि आम जनता तक स्वास्थ्य सुपोषण पहुंचाने के लिए योजनाएं प्रारंभ की गई है। इन योजनाओं को जन सहभागिता से संचालित किया जाना है। मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से जनसहयोग राशि 21 हजार रूपए देने की घोषणा की।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के अलावा मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, यूनिवर्सल पीडीएस स्कीम एवं मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय योजनाओं का भी शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में पांचों ही योजनाओं के प्रतीकात्मक चिन्ह का भी अनावरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने की। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे सहित मंत्रीमंडल के सदस्यगण, सांसद और विधायकगण उपस्थित थे।
’मुख्यमंत्री सुपोषण योजना’
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत पंचायतों और महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से कुपोषित बच्चों और एनीमिक महिलाओं को गर्म और पौष्टिक भोजन प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाएगा। इस अभियान के तहत आगामी तीन वर्ष में प्रदेश को कुपोषण और एनिमिया के कलंक से मुक्ति की रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति में 0 से 5 वर्ष के कुपोषित बच्चें, 15 से 49 वर्ष की कुपोषण और एनीमिया से पीडि़त महिलाओं को पंचायतों और महिला समूहों के माध्यम से पौष्टिक गर्म भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग के सचिव ने बताया कि सुराजी योजना में बाड़ी योजना से उत्पादित सब्जियों का उपयोग आंगनबाड़ी केन्द्र में किया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण अभियान पर आधारित पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
’मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना’
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का हाट-बाजारोें में आना जाना लगा रहता है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया कि हाट-बाजारों में ही मेडिकल टीम भेजकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना प्रारंभ की है। योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीम, चिकित्सकों और आवश्यक उपकरणों सहित पहुँचकर लोगों का इलाज करेगी। साथ ही रक्त परीक्षण सहित अन्य पैथोलॉजी जांच भी मौके पर करके लोगों को निःशुल्क दवा प्रदान की जायेगी।
’मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना’
छत्तीसगढ़ के वनांचलों और दूरस्थ इलाकों के हाट-बाजारों में मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा किए जा रहे इलाज के अच्छे परिणाम को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे शहरी स्लम क्षेत्रों में भी शुरू किया है। प्रदेश के 13 नगर निगमों के स्लम क्षेत्रों में सप्ताह में एक दिन सवेरे 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक मोबाइल मेडिकल टीम मौजूद रहकर लोगों का इलाज करेगी। मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा कुछ जरूरी जांच के साथ ही निःशुल्क दवाईयां भी दी जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक और मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने एनीमिया के लिए निःशुल्क रक्त परीक्षण हेतु ’चल बहनी खून जांच कराबो’ नारा दिया गया है और हाट बाजार, स्लम स्वास्थ्य योजना के लिए ’जो ना पहुंचे हम तक, हम पहुंचेंगे उन तक’ का स्लोगन दिया है।
इस अवसर पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भिलाई के अर्जुन नगर कैम्प और रायपुर के मंडी गेट के हितग्राहियों से मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ने संवाद कर स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत चिकित्सा जांच के संबंध में जानकारी ली।
’सार्वभौम पीडीएस’
कार्यक्रम में राज्य के सभी परिवारों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने हेतु सार्वभौम पीडीएस का शुभारंभ किया गया। सार्वभौम पीडीएस के अंतर्गत प्राथमिकता राशनकार्डों में खाद्यान्न पात्रता में वृद्धि के साथ-साथ अब राज्य सरकार द्वारा बीपीएल के साथ-साथ एपीएल परिवारों को भी खाद्यान्न प्रदाय किया जाएगा। प्रतीकस्वरूप से दस हितग्राहियों को कार्यक्रम में एपीएल कार्ड का वितरण किया गया।
’मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय’
कार्यक्रम में नागरिक सेवाओं की तत्काल उपलब्धता और लोगों को उनकी मांगों के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराने के लिए शहरों में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय खोलने का शुभारंभ किया गया। गांधी जयंती पर पहले चरण में प्रदेश के 13 नगर निगमो में ये कार्यालय काम करना शुरू कर देंगे। इन कार्यालयों के माध्यम से स्वच्छता, पर्यावरण, स्ट्रीट लाइट, सड़क रखरखाव, नालियों की सफाई और जल आपूर्ति संबंधी शिकायतों का समय-सीमा में निराकरण किया जाएगा। इन कार्यालयों में लोगों को नवीन व्यापार लाइसेंस, लाइसेंस नवीनीकरण, संपत्ति कर, जल कर, समेकित कर के भुगतान और सामुदायिक भवन के आरक्षण जैसी नागरिक सुविधाएं भी मिलेंगी। वार्ड कार्यालय के पोर्टल का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में पांचों ही योजनाओं के प्रतीकात्मक चिन्ह का भी अनावरण किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित समस्त मंत्रीगणों ने सुपोषण का संदेश देते हुए आसमान में तिरंगे गुब्बारे छोड़े एवं ’सुपोषण रथ और मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत चलित चिकित्सा इकाई’ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों ने महिलाओं को भोजन परोसा और बच्चों को खाना खिलाया। महिलाओं के लिए तैयार किए गए भोजन को चखा भी। महिला बाल विकास विभाग की छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।