ईकॉम एक्सप्रेस सामानों की डिलिवरी समेत ‘लॉजिस्टिक’ सुविधा का काम देखती है। कंपनी ने ई-कॉमर्स कंपनियों से त्योहारों के दौरान बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए नये लोगों को नियुक्त करने की योजना बनायी है। कंपनी ने ‘लॉकडाउन’ के और उसके बाद बढ़ते ‘ऑनलाइन’आर्डर को पूरा करने के लिए पिछले कुछ महीनों में 7,500 कर्मचारियों को नियुक्त किया। कोविड-19 से पहले कंपनी के कर्मचारियों की संख्या करीब 23,000 थी।
Ecom Express के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सौरभ दीप सिंगला ने कहा, ‘‘महामारी ने ई-कॉमर्स उद्योग को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया है। त्योहारों के दौरान हमारे ई-कॉमर्स ग्राहक काफी आक्रमक योजना बना रहे हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे मांग को पूरा कर सके। हमने नियुक्तियां शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक जारी रहेगी और हम त्योहारों के दौरान 30,000 अस्थायी रोजगार सृजित करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘पिछले साल हमने त्योहारों से पहले 20,000 लोगों को नियुक्त किया था। हालांकि ये रोजगार अस्थायी थे लेकिन इनमें से करीब एक तिहाई स्थायी हुए हैं क्योंकि हम त्योहारों के बाद भी आर्डर में वृद्धि देख् रहे हैं।’’
ई-कॉमर्स कंपनियों का मानना है कि उनके कारोबार का बड़ा हिस्सा त्योहारों के दौरान आएगा और उन्होंने क्षमता बढ़ाने को लेकर बड़ा निवेश किया है ताकि ऑर्डर का बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सके। वालमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने और डिलिवरी क्षमता बढ़ाने को लेकर हाल ही में 50,000 से अधिक किराना दुकानों को जोड़ा है।