डीबी पावर प्लांट के खिलाफ 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आमनण अनशन पर बैठे ग्रामीण
जांजगीर-डभरा. डभरा ब्लाक के ग्रामीण बाड़ादहरा स्थित डीबी पावर प्लांट के खिलाफ 8 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार की सुबह से आमनण अनशन पर बैठे हैं।
उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे हड़ताल पर डटे रहेंगे। प्रमुख मांगों में पावर प्लांट से निकल रहे राखड़ युक्त पानी का प्लांट प्रबंधन उचित व्यवस्था करे। प्लांट में कर्मचारियों को रोजगार दे,सीएसआर मद का उपयोग करते हुए ग्रामीणों को बिजली पानी शिक्षा सहित अन्य सुविधा प्रदान करे। ग्रामीण धरना स्थल पर बैठकर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं।
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डीबी पावर प्लांट से फैली अव्यवस्थाओं को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण अच्छे खासे परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी ने एक दशक पहले बाड़ादहरा में पावर प्लांट तो स्थापित कर दिया, लेकिन पावर प्लांट से लोगों को रोजगार सहित अन्य सुविधा मिलना तो दूर उल्टे परेशानियों के सिवाय कुछ भी नहीं मिल रहा है।
जिसे लेकर ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था और 16 मार्च से आमरण अनशन की चेतवानी दी थी। तयशुदा कार्यक्रम के बाद टुंड्री, बाड़ादहरा, डूमरपाली, कंवली, रामपुर एवं खैरमुड़ा के ग्रामीण कुर्रूपाठ टुंड्री के पास शुक्रवार की सुबह से टेंट लगाकर आमरण अनशन में बैठे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में सीएसआर मद का उपयोग प्लांट प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा। जिसके चलते गांवों में न तो औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खुल रहे हैं और न ही लोगों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधा मिल पा रही है। हद तो तब हो जा रही है जब पावर प्लांट द्वारा मुक्तिधाम को भी उखाड़कर फेंक दिया गया है। जिसके मानवता शर्मसार हो रही है। क्षेत्र में दिन रात कोल वाहन, फ्लाईएस से भरे वाहन फर्राटे मार रहे हैं। जिससे हर रोज दुर्घटना घट रही है। जिसका जिम्मेदार डीबी पावर प्लांट है।
ग्रामीणों का कहना है कि पावर प्लांट में कंपनी सीएसआर मद से दो दर्जन सुविधाएं मुहैय्या कराने की बात कही थी, लेकिन अब तक किसी भी सुविधाओं को विस्तार नहीं किया गया है। कंपनी केवल लोगों को मूर्ख बनाने का काम कर रही है। जिसे लेकर ग्रामीणों का गुस्सा पनप रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी हम हड़ताल पर डटे रहेंगे।