भारत के सबसे रईस उद्योगपति गौतम अडानी तेजी से अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं। गौतम अडानी ने हाल ही में सिमेंट और मीडिया सेक्टर में अपने पैर पसारे हैं तो अब अडानी हेल्थ सेक्टर की ओर रूख कर चुके हैं। अडानी समूह ने हेल्थ सेक्टर में पैठ बनाने के लिए नई कंपनी का गठन किया है, जिसकी मदद से वो बड़े अस्पतालों, डायग्नोस्टिक चेन और ऑफलाइन और डिजिटल फार्मेसियों के अधिग्रहण के जरिए हेल्थ सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करेंगे।
अब इस सेक्टर की ओर बढ़े अडानी
अडानी ग्रुप ने एक नियामक फाइलिंग की है, जिसमें कंपनी ने पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडानी हेल्थ वेंचर्स लिमिटेड (AHVL) की शुरुआत की है। कंपनी की शुरुआत 17 मई को की गई है। इस अडानी हेल्थ वेंचर्स के जरिए कंपनी हेल्थ सेक्टर के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रवेश करेगी। हेल्थ सेक्टर की छोटी कंपनियों के अधिग्रहण के साथ-सकाथ ये कंपनी चिकित्सा और डायग्नॉस्टिक्स सर्विस सेंटर्स की शुरआत कर सकती हैं।
इन सेक्टर में अडानी ने पसारे पैर
अडानी समूह का कारोबार समंदर से लेकर हवाई अड्डे तक फैला है। एनर्जी के लेकर सीमेंट और मीडिया जगत में कंपनी ने अपनी पैठ मजबूत कर ली है। हाल ही में कंपनी ने अंबुजा और एसीसी सीमेंट में होल्सिम कंपनी की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इससे पहले अडानी ग्रुप ने देस की सबसे बड़ी समुद्र सेवा कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड ने अपनी सहायक कंपनी अडानी हार्बर सर्विसेज लिमिटेड के माध्यम से इस कंपनी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। हाल ही में अडानी समूह ने क्विंटिलियन बिजनेस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है।
टाटा और अंबानी से सीधी टक्कर
हेल्थ केयर सेक्टर की बात करें तो इस क्षेत्र में टाटा और रिलायंस समूह का दबदबा पहले से है। टाटा 1एमसी की बात हो, टाटा हेल्थ केयर की बात हो, टाटा हॉस्पिटल की बात हो, इसी तरह से रिलाइंस इस सेक्टर में पुराना है, लेकिन अडानी के आने से यहां इन दोनों को कड़ी चुनौती मिलेगी। हेल्थ सेक्टर में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने के लिए अडानी 4 बिलियन डॉलर तक का निवेश करने की तैयारी कर चुके हैं।