छह जून को दक्षिण-मध्य अरब सागर से उठा बिपरजॉय तूफान 16 जून को गुजरात के 940 गांवों से होता हुआ राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, बिपरजॉय के चलते देशभर के कई प्रदेशों का मौसम प्रभावित हुआ है। आने वाले दिनों में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी बारिश होगी। वेदर फॉरकास्टिंग एजेंसी स्काइमेट ने बताया है कि लैंडफॉल के कारण आगामी चार दिनों में इन राज्यों में भारी बारिश होगी।
प्रशासन ने इससे निपटने के लिए हर समुचित व्यवस्था कर रखी है। आपको बता दें कि अरब सागर में उठा ये इस साल का पहला तूफान है जो कि लंबे वक्त से सागर में बने होने की वजह से बहुत खतरनाक हो गया है, मालूम हो कि ऐसा तूफान पिछले 31 सालों में देखा नहीं गया है।
‘बिपारजॉय’ का मतलब होता है ‘खुशी’
आपको बता दें कि इस समुद्री तूफान का नाम इस बार बांग्लादेश ने रखा है, जिसका अर्थ बंगाली भाषा में ‘खुशी’ होता है। इसका असर पाकिस्तान, बांग्लादेश और ओमान में भी दिखेगा। पाकिस्तान मे सिंधु इलाके में तो इस तूफान के कारण इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। वैसे क्या कभी आपने सोचा है कि तूफान का नामकरण कौन करता है ?
मौसम संगठन ने बनाई थी कमेटी: तो चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में, दरअसल तूफानों के नाम रखने के लिए एक संस्था है, जो कि बारी-बारी से सालभर में आने वाले तूफानों का नाम रखती है। साल 1953 में विश्व मौसम संगठन एक कमेटी बनाई थी , जो कि तूफानों का रिकॉर्ड रखती थी लेकिन ये अपना काम ठीक से नहीं कर पा रही थी और इसके बाद साल 2004 में मौसम संगठन की ओर से आठ सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई, जिसमे तय हुआ कि वो अल्फाबेटिकल आर्डर में बारी-बारी से तूफानों का नाम रखेंगे। हालांकि अब इस कमेटी के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है।
ये हैं वो 13 देश
भारत,
बांग्लादेश,
म्यांमार,
पाकिस्तान,
मालदीव,
ओमान,
श्रीलंका,
थाईलैंड,
ईरान,
कतर,
सऊदी अरब,
संयुक्त अरब अमीरात
यमन।
महिलाओं के नाम पर रखे जाते थे तूफानों के नाम!
पहले तूफानों का नाम महिलाओं के नाम पर रखे जाते थे, जिसपर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई जिसके बाद अब पुरुषों के नाम पर भी साइक्लोन के नाम रखे जाते हैं। इन सबके पीछे मकसद सिर्फ इतना होता है कि वो नाम तुरंत लोगों के दिमाग में क्लिक करें इसलिए क्रेजी शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
क्या होते हैं चक्रवाती तूफान?: चक्रवाती तूफान यानी कि साइक्लोन वास्तव में एक घूमता हुआ वायु का डेरा होता है, जो कि काफी भयंकर होता है, ये एक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन काफी तबाही का सबब बनती है। दूर से देखने पर ये अंग्रेजी के U लेटर की तरह दिखता है । गर्म हवा के चारों ओर कम वायुमंडलीय प्रेशर की वजह से जब लो प्रेशर पैदा होता है तो इनका जन्म होता है और ये खतरनाक तूफान में बदल जाते हैं और इस दौरान बहुत तेज बारिश होती है और बहुत तेज हवाएं चलती हैं।