बिलासपुर, 14 जुलाई 2025 – बिलासपुर जिले के समीप ग्राम लिंगा के पास स्थित तिवरता कोल वाशरी को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। नागरिक सुरक्षा मंच ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वाशरी को तत्काल प्रभाव से बंद कराने की मांग की है। मंच के संयोजक अमित तिवारी के नेतृत्व में सौंपे गए इस ज्ञापन में गंभीर पर्यावरणीय उल्लंघनों और किसानों को हो रहे नुकसान का उल्लेख किया गया है।
ज्ञापन में बताया गया है कि तिवरता कोल वाशरी विगत एक वर्ष से संचालित हो रही है, परंतु इसके संचालन में नियमानुसार स्वीकृति और प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है। नियमानुसार कोल वाशरी को कोल माइंस से 25 किलोमीटर के दायरे में होना चाहिए, जबकि वर्तमान वाशरी की दूरी मात्र 10–12 किलोमीटर ही है। इसके बावजूद, स्थानीय राजस्व अधिकारियों और पर्यावरण विभाग की मिलीभगत से इसका संचालन किया जा रहा है, जो गंभीर अनियमितता का संकेत है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की अनुमति के बिना ही वाशरी को स्वीकृति प्रदान की गई, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है बल्कि आस-पास के खेतों की उपजाऊ भूमि भी बंजर होती जा रही है। मंच ने यह भी आरोप लगाया कि एनएचएआई के नियमों की अनदेखी कर वाशरी को राष्ट्रीय राजमार्ग से महज 10-20 मीटर की दूरी पर स्थापित किया गया है, जबकि नियमानुसार इसकी दूरी कम से कम 500 से 1000 मीटर होनी चाहिए।
मुख्य आपत्तियाँ और मांगें:
- तिवरता कोल वाशरी को तत्काल बंद किया जाए।
- संचालन में शामिल अधिकारियों की भूमिका की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- किसानों को मुआवजा एवं पर्यावरणीय क्षति की भरपाई सुनिश्चित की जाए।
ज्ञापन की प्रति प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ तथा नेता प्रतिपक्ष को भी प्रेषित की गई है।
नागरिक सुरक्षा मंच ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन द्वारा इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो क्षेत्रीय किसान और नागरिक वाशरी के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे और व्यापक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।