Sunday, August 3, 2025
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पार्षद पर लगाए गए जबरन वसूली के आरोपों में नया मोड़, पार्षद ने बताया साजिश – व्यापारी पर लगाया 32 लाख गबन का आरोप…

बिलासपुर, 2 अगस्त 2025। शहर में एक व्यापारी द्वारा पार्षद और उनके सहयोगी पर लगाए गए जबरन वसूली और धमकी के गंभीर आरोपों का मामला अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। इस प्रकरण में आरोपी बनाए गए पार्षद अमित तिवारी ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए पूरे मामले को “राजनीतिक साजिश” करार दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि ये आरोप उनकी छवि को धूमिल करने के मकसद से लगाए गए हैं।

पार्षद तिवारी ने “ताजाखबर 36गढ़” से बातचीत में कहा, “मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। यह पूरी तरह से मेरी राजनीतिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की एक सोची-समझी साजिश है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि आरोप लगाने वाले व्यापारी अयोध्या यादव के खिलाफ पहले ही उन्होंने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसकी जांच फिलहाल जारी है।

इस मामले में पार्षद के सहयोगी अभिषेक तिवारी द्वारा की गई शिकायत से एक बड़ा खुलासा हुआ है। 30 जुलाई 2025 को सिविल लाइन थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, अभिषेक तिवारी ने बताया कि वे पिछले 20 वर्षों से नेताजी सुभाष चंद्र बोस कॉम्प्लेक्स स्थित अपनी दुकान ‘ग्लोबल ट्रेडर्स’ के माध्यम से एल्यूमिनियम सेक्शन, खिड़की-दरवाजा और फर्नीचर सामग्री का व्यवसाय कर रहे हैं।

वर्ष 2017 में उन्होंने व्यापार के स्टॉक व मैनेजमेंट की जिम्मेदारी अयोध्या यादव और ओम यादव को सौंपी थी। अभिषेक तिवारी के मुताबिक, 2018 से ही दोनों युवक लगातार व्यापार का हिसाब टालते रहे और अनियमित ढंग से सामान की बिक्री करते रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों ने दुकान का माल बेचकर उसकी रकम खुद रख ली और ₹32,30,016 का गबन किया।

शिकायत में उल्लेख किया गया है कि 26 जुलाई 2025 को जब अभिषेक तिवारी ने फिर से हिसाब मांगा तो अयोध्या और ओम यादव ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। 28 जुलाई को रात में यह धमकी उनके घर आकर दोहराई गई। अगले दिन जब अभिषेक तिवारी दुकान पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि ताला टूटा हुआ था और ₹3,26,000 मूल्य का माल चोरी हो गया था।

ठोस दस्तावेजों के साथ दी गई शिकायत

अभिषेक तिवारी ने अपनी शिकायत के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • फर्जी बिलों की प्रतियां
  • खाता-बही की प्रतियां
  • अयोध्या यादव का आधार कार्ड
  • सही बिल बुक की प्रतियां
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट का स्टेटमेंट

इन सभी दस्तावेजों को आधार बनाकर उन्होंने पुलिस से मांग की है कि अयोध्या यादव और ओम यादव के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

पुलिस कर रही है गहन जांच

सिविल लाइन थाना पुलिस ने व्यापारी द्वारा दी गई शिकायत और पार्षद पक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दस्तावेजों की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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