रायपुर/ दो दिनों से लापता कोंटा विधानसभा के बसपा प्रत्याशी बुधराम कटामी लौट आए हैं। उन्होंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के नेता और मरवाही विधायक अमित जोगी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि दो दिनों से उन्हें रायपुर में बंधक बनाकर रखा गया था। इस दौरान अमित जोगी उन पर चुनाव नहीं लड़ने के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचने के बाद वे और खुलासा करेंगे।
बसपा ने छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) के साथ गठबंधन किया है। बाद में सीपीआई भी इस गठबंधन शामिल हो गई। सीपीआई को कोंटा और दंतेवाड़ा सीट दी गई है। कोंटा से गठबंधन प्रत्याशी के रूप में सीपीआई के मनीष कुंजाम ने पर्चा दाखिल किया है। इससे नाराज कोटामी ने भी नामांकन दाखिल कर दिया। बसपा और जकांछ के नेताओं ने कोटामी को मनाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन वे नाम वापस लेने को राजी नहीं हुए। चुनाव के पहले चरण में शामिल कोंटा सीट पर शुक्रवार को नाम वापसी का अंतिम दिन है। बसपा प्रदेश उपाध्यक्ष हेमंत पोयाम ने एक न्यूज वेबसाइट को बताया कि सभी 6 प्रत्याशी समेत कटामी भी पार्टी कार्यालय आए थे। वे पार्टी कार्यालय से बाहर मोबाइल पर बात कर रहे थे। इस दौरान स्कार्पियो क्रमांक सीजी 04 एलक्यू 1007 में सवार होकर कुछ लोग आए और उन्हें अपहरण कर ले गए। प्रदेश अध्यक्ष ओपी वाजपेयी ने घटना की जानकारी देते हुए एसपी और राजेन्द्र नगर थाने में शिकायत करने की जानकारी दी थी। उस समय बुधराम का मोबाइल बंद था। प्रदेश अध्यक्ष बाचपेयी ने देर रात तक उनकी कोई खबर नहीं मिलने पर पुलिस से अपहरण का अंदेशा जाहिर किया था। कटामी के दूसरी पार्टी में जाने की अटकलें भी हैं। एएसपी सिटी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया बुधराम के गायब होने की मौखिक शिकायत मिली है। जांच की जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता नितिन बोले- मनगढ़ंत कहानी…
कटामी के आरोप के बारे में जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली का कहना है कि वे मनगढंत कहानी बना रहे हैं। जोगी कांग्रेस का पहले बसपा से गठबंधन हुआ। फिर सीपीआई से। महाबंधन ने कोंटा से सीपीआई का प्रत्याशी उतारा है। इससे वह बागी होकर चुनाव मैदान में कूद गए हैं। अमित जोगी पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह बेबुनियाद है। हमारी पार्टी उनके आरोपों की निंदा करती है। अपहरण की सच्चाई पर उन्होंने कहा कि कटामी कोई दूध पीता बच्चा नहीं हैं, जो उन्हें कोई उठाकर ले जाएगा। दो दिन तक वे कहां रहे और क्या किया, ये तो वो ही जानें।