बिलासपुर। वृद्ध महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर जमीन हड़पने का मामला प्रकाश में आया है जहाँ मामले में गतौर ग्राम पंचायत की मिली भगत से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाने से गतौर ग्राम पंचायत की कार्यप्रणाली पर संदेह खड़ा हो गया है। वही जब वृद्ध महिला द्वारा मामले की शिकायत तहसील कार्यालय बिलासपुर एवं पुलिस अधीक्षक से करने के बाद आज कलेक्टर जनदर्शन में भी शिकायत कर दी गई है।
गौरतलब हो कि ग्राम नारगोड़ा थाना सीपत तहसील मस्तूरी निवासी बेदीन बाई सूर्यवंशी पति स्व. सौपत सूर्यवंशी की 20 डिसमिल जमीन ग्राम मोपका में स्थित है जिसे राज किशोर नगर के अटल आवास कॉलोनी निवासी जमीन दलाल विकास संग्राम पिता स्व.लाजु संग्राम और गज्जू द्वारा छलपूर्वक उक्त भूमि को विक्रय करने के संबंध में पीड़िता से मुख्तियारआम का पंजीकृत अनुबंध करा लिया गया था। शिक्षित नही होने के कारण पीड़ित महिला को इसकी कोई जानकारी नही थी। जबकि उक्त भूमि का विक्रय अनुबंध पूर्व में ही भूमि स्वामी बेदीन बाई ने बसंत विहार निवासी हर नारायण पारचे पिता हनुमान पारचे से 10अप्रेल 2017 को बतौर 4लाख रुपये में किया जा चुका था। जिसमे हर नारायण पारचे ने महिला को 2लाख 50हजार की राशि प्रदान भी कर दी। बेदीन बाई और हर नारायण पारचे के मध्य हुए विक्रय अनुबंध कराने में पूरी मध्यस्ता विकास संग्राम की रही थी। परन्तु रुपयों की लालच से ओतप्रोत विकास ने बेदीन बाई के अनपढ़ होने का फायदा उठाते हुए उससे 26जुलाई 2017 को ग्राम मोपका में स्थित खसरा नंबर 190, रकबा 20डिसमिल भूमि का स्वयं के नाम मुख्तियार आम पंजीयन कराया गया था तथा बेदीन बाई की मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर उसकी जानकारी के विपरीत स्वयं के लाभ को देखते हुए अलग से विक्रय करने का प्रयास किया जा रहा था।
मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर बेदीन बाई के स्थान पर स्वमं का नामांतरण कराने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर ली गई थी इसी बीच मामले की जानकारी जब बेदीन बाई को लगी तो उसने विकास संग्राम को दिया गया मुख्तियार आम का पंजीयन निरस्त कराकर संबंधित मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक एवं नायाब तहसीलदार से की गई । जहाँ मामले को गंभीरता से लेते हुए नायाब तहसीलदार ने विकास संग्राम आदि द्वारा नामांतरण के प्रकरण पर रोक लगाते हुए जांच शुरू कर दी है। 17 नवंबर 2017 की शिकायत में कोई परिणाम नही मिलने पर बेदीन बाई आज कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराई है ।