बिलासपुर। बहतराई स्थित ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल का कारनामा सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। स्कूल प्रबंधन ने खुशी-खुशी अंकसूची लेने गए पालक को बच्चे का टीसी थमा दिया। कारण पूछने पर दलील दी गई कि उनका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है। पालक का कहना है कि अगर बच्चा कमजोर है तो इसकी जवाबदेही प्राचार्य और शिक्षकों की है, लेकिन अपनी नाकामी छिपाने के लिए मासूम बच्चे को सजा दी जा रही है।
बहतराई रोड प्रगति विहार निवासी सतीश सिंह ठाकुर ने अपने बेटे रुद्राक्ष सिंह को ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बहतराई में कक्षा नर्सरी से दाखिला कराया था। इस साल वह छठवीं कक्षा में था। पिता सतीश सिंह का दावा है कि नर्सरी से कक्षा छठवीं तक स्कूल की सभी शर्तों और नियमों का पालन करते हुए साल दर साल फीस पटाता रहा और रुद्राक्ष को अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित करता रहा। कुछ दिन पहले की बात है। जब छठवीं का रिजल्ट निकला तो सतीश सिंह अपने बेटे रुद्राक्ष को लेकर स्कूल पहुंचे। वहां उन्होंने अंकसूची की मांग की तो उनके हाथों में बच्चे की अंकसूची के साथ ही टीसी थमा दिया गया, यह देख सतीश सिंह के पैरों तले की जमीन खिसक गई। उन्होंने प्राचार्य डॉ. श्रुति गुप्ता से कारण पूछा तो जवाब मिला कि उनका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है। छठवीं का रिजल्ट अच्छा नहीं आया है। इसलिए अब उसे इस स्कूल में नहीं पढ़ाया जाएगा। इस मामले में पक्ष जानने के लिए स्कूल प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
कभी भी नहीं की शिकायत
पालक सतीश सिंह का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने नर्सरी से लेकर छठवीं तक कभी भी उन्हें रुद्राक्ष की कमजोरी के बारे में नहीं बताई। अगर उन्हें पहले ही अवगत करा दिया जाता तो उसकी पढ़ाई में सुधार करता।
अपनी नाकामी छिपाने बच्चे को दी सजा
पिता सतीश सिंह का आरोप है कि अगर उनका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है तो इसकी जवाबदेही प्राचार्य और शिक्षकों की की है, क्योंकि यदि वे अच्छे से पढ़ाई कराते तो उनका बच्चा कमजोर कैसे होता। अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए उनके बच्चे को सजा दी जा रही है।
प्राचार्य पर दुर्व्यवहार का आरोप
डीईओ को सौंपी गई शिकायत के अनुसार पिता सतीश सिंह ने जब प्राचार्य डॉ. गुप्ता से कहा कि मेरा बेटा कम नंबर ला रहा है। पढ़ाई में कमजोर है तो आखिर किस बात की मोटी फीस ली जा रही है। अगर रुद्राक्ष पढ़ाई में कमजोर है तो यह आप लोगों की गलती है। आरोप है कि इतना सुनते ही प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने पिता सतीश सिंह से दुर्व्यवहार किया और कहा कि आपका बच्चा ठीक से नहीं पढ़ता तो मैं क्या करूंगी।
बच्चे का भविष्य बर्बाद करने की धमकी
पिता सतीश सिंह का आरोप है कि प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने उन्हें यह धमकी दी कि यदि वह टीसी लेकर नहीं जाता है तो उसके बच्चे का भविष्य बर्बाद कर देगी। इतने में वहां के स्टॉफ और कर्मचारी आ गए, जिन्होंने धक्के देकर सतीश सिंह और उसके बच्चे को कमरे से भगा दिया।
प्राचार्य और शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग
सतीश सिंह ने डीईओ आरएन हीराधर को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर पालकों से मोटी फीस वसूल रहे हैं और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। इसलिए प्राचार्य और शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए।
बेटा पूछता है- मुझे स्कूल क्यों निकाल दिया पापा
मासूम रुद्राक्ष को अब तक यह तो पता चल गया है कि वह अगले साल उस स्कूल में नहीं पढ़ पाएगा, क्योंकि उसे स्कूल से निकाल दिया गया है। वह मासूमियत के साथ पूछता है कि पापा… मुझे स्कूल से क्यों निकाल दिया गया। उनकी बातें सुनकर पिता सतीश सिंह की आंखें भर आती हैं।
फीस में मनमानी बढ़ोतरी का बदला तो नहीं…
पिता सतीश सिंह का कहना है कि बीते दिनों जब निजी स्कूलों ने मनमाने तरीके से फीस में वृद्धि की थी तो अन्य पालकों के साथ उन्होंने भी उसका विरोध किया था। आंदोलन में भी शामिल हुआ था। उनके अंदेशा है कि इसी विरोध का बदला स्कूल प्रबंधन उसके साथ ले रहा है।