अंतर्राज्यीय ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करने में बड़ी कामयाबी मिली है। इस गिरोह के लोग बैंक कर्मचारी बनकर मोबाइल पर कॉल करके लोगों के साथ ठगी करते रहे हैं। झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जंगलों से चल रहा था। इसका खुलासा बिलसगुड़ी में प्रेस वार्ता के दौरान किया। पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।और उनके पास से मोबाइल,नगद रुपए सहित बोलेरो गाड़ी भी जब्त किया हैं।
पुलिस ने पत्रकारवार्ता के दौरान यहां बताया कि बिनोबानगर स्टेट बैंक कॉलोनी निवासी व्यक्ति के साथ पिछले 30 जून को ठगी हुई थी। उस व्यक्ति ने सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 17 जून को किसी अनजान आदमी ने उनके मोबाइल पर कॉल किया और खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हुए ATM का डिटेल लिया। कुछ देर में उसके मोबाइल पर 1 लाख 33 हजार999 रुपए निकाले जाने की सूचना मिल गई। तब उसे ठगे जाने का अहसास हुआ और इसकी रिपोर्ट सरकंडा थाने में दर्ज कराई।
बिलासपुर के पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने एडीशनल एसपी-शहर नीरज चंद्राकर, ग्रामीण एडीशनल एसपी अर्चना झा और कोतवाली सीएसपी शलभ सिन्हा की अगुवाई में एक टीम बनाकर साइबर सेल के साथ मिलकर छानबीन करने की जिम्मेदारी दी। इस टीम ने ठगी के शिकार बिनोवा नगर निवासी प्रार्थी के बैंक एकाउंट का स्टेटमेंट हासिल कर जब जाँच की तो पूरा मामला सामने आया। इससे पता चला कि ठगों ने एकाउंट और एटीएम का गोपनीय पिन हासिल कर इलेक्ट्रानिक वालेट में रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए और अलग-अलग खातों से एटीएम के जरिए 1 लाख 33 हजार रुपए निकाल लिए है। जांच से पता चला कि ठगी की रकम झारखंड में धनबाद जिले के सरायढेला स्थित बैंक के खाताधारक मुकेश मिस्त्री और देवेन्द्र मंडल के खाते में जमा हुई है। जिसकी निकासी गोविंदपुर, संग्रामडीह,और ताराटांड के अलग- अलग एटीएम बूथ से अलग -अलग एटीएम कार्ड के जरिए की गई है।जो धनबाद जिला के टूंडी थाना क्षेत्र के गांव करमाटांड में है।इसकी भनक लगते ही एक 5 सदस्यीय पुलिस टीम को धनबाद रवाना किया गया।टीम वहां पहुंचकर पतासाजी करने में जुट गई। घूर नक्सली क्षेत्र और जंगल होने की वजह से पुलिस टीम को बड़ी सावधानी के साथ अपना काम करना पड़ा।पुलिस को बड़ी क़ामयाबी मिली और 8 लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई। पकड़े गए लोगों मे मुकेश मिस्त्री, देवानंद मंडल , बंदू मंडल, खूबलाल कुमार मंडल, दीपचंद मंडल, महेन्द्र कुमार मंडल, नंद किशोर मंडल और नवीन मंडल शामिल हैं।पुलिस ने बताया कि यह गिरोह छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में करीब हजारो लोगों को मोबाइल के जरिेए ठगी का शिकार बना चुके है।पुलिस ने बताया कि करमाटांड गाँव के लोग अलग अलग ग्रुप में ऑनलाइन ठगी में शामिल हैं।साथ ही धनबाद के पड़ोसी जिले बोकारो, गीरीडीह, हजारीबाग, जामताड़ा के कई गांवों से जानकारी इकट्ठी की जा रही है।जो देश भर में बैंक वाले बनकर ठगी करते हैं। जंगलों के बीच है बैठ कर लोगो अपना शिकार बनाते है। पुलिस को यकीन है कि पूछताछ करने से और भी लोग पकड़ में आएंगे।