बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। सोमवार शाम एक ईमेल के माध्यम से हाई कोर्ट परिसर में विस्फोटक रखने और शाम 6:30 बजे विस्फोट की धमकी दी गई। इस गंभीर चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और पूरे परिसर को तत्काल खाली कराकर बम निरोधक दस्ते के साथ गहन तलाशी अभियान शुरू किया गया।
जानकारी के मुताबिक, यह धमकी भरा ईमेल छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की अधिकृत वेबसाइट पर प्राप्त हुआ। इसके बाद न्यायालय प्रशासन ने बिना देर किए इसकी जानकारी बिलासपुर पुलिस को दी। एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस की विशेष टीम, डॉग स्क्वॉड और बम डिस्पोजल स्क्वॉड के साथ हाई कोर्ट पहुंची और भवन के चप्पे-चप्पे की गहन तलाशी ली गई। तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहा, हालांकि परिसर से किसी भी प्रकार का विस्फोटक बरामद नहीं हुआ।
फिर भी एहतियातन हाई कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है। मंगलवार से कोर्ट परिसर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सघन तलाशी ली जा रही है। साथ ही पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
एसएसपी रजनेश सिंह ने मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि धमकी से संबंधित ईमेल प्राप्त हुआ था और इस मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ईमेल कहां से भेजा गया और इसके पीछे किसका हाथ हो सकता है। साइबर सेल को भी इस जांच में शामिल कर दिया गया है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, फोरेंसिक और साइबर जांच शुरू
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धमकी भरे ईमेल की भाषा और प्रेषक के विवरण को फोरेंसिक टीम खंगाल रही है। साथ ही IP एड्रेस और ईमेल सर्वर की जानकारी लेकर साइबर सेल गहन जांच में जुट गई है। इस बीच किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए कोर्ट परिसर और आसपास के इलाके में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है।
न्यायिक कार्य प्रभावित नहीं
हालांकि धमकी के बाद की कार्रवाई से न्यायालय की कार्यप्रणाली पर कोई असर नहीं पड़ा। मंगलवार को भी हाई कोर्ट में न्यायिक कार्य सामान्य रूप से संपन्न हुआ, लेकिन सुरक्षा को लेकर कोर्ट आने वाले अधिवक्ता, कर्मचारी और पक्षकारों को सख्त जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।