छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की विधायकी को चुनौती पर फैसले का काउंटडाउन शुरू हो गया है। हालांकि फैसला बृजमोहन के पक्ष में होगा या उनके खिलाफ में …ये तो कोर्ट तय करेगा। दरअसल रायपुर दक्षिण से विधायक व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर नियत खर्चे से ज्यादा खर्च करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी ने साल 2014 में हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। तीन साल तक बहस चलने के बाद आज हाईकोर्ट में फैसले की घड़ी है। किरणमयी नायक के मुताबिक
“पूरा केस मेरे पक्ष में हैं.. इलेक्शन के इकॉनमी आब्जर्बर ने भी मेरे आरोप को सही माना है.. इसके अलावा जितने भी सीमा से ज्यादा खर्च के सबूत थे वो कोर्ट को सौंपे जा चुके थे। 17 मई को जस्टिस गौतम भादुड़ी ने पूरे प्रकरण की सुनवाई करने के बाद 21 जुलाई तक के लिए फैसला सुरक्षित कर लिया था.. कल फैसला आ जायेगा और मुझे पूरी उम्मीद है कि फैसला मेरे पक्ष में होगा.. क्योंकि पूरे साक्ष्य और दस्तावेज कोर्ट को सुपूर्द कर दिये गये हैं”
सीमा से ज्यादा खर्च का है आरोप। नरोत्तम मिश्रा और बृजमोहन अग्रवाल का प्रकरण अलग-अलग है.. बावजूद जिस सख्ती से नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव आयोग ने फैसला सुनाया.. उसके बाद बृजमोहन अग्रवाल के मामले को लेकर भी कयासों का दौर शुरू हो गया है। हालांकि बृजमोहन अग्रवाल के मामले को लेकर किरणमयी नायक ने एक याचिका चुनाव आयोग में भी लगाया है.. जिसपर थोड़े दिनों बाद फैसला आयेगा। लेकिन छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट जरूर आज फैसला सुना सकता है।