डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ साध्वियों के यौन शोषण मामले में कोर्ट आज फैसला सुना सकता है। फैसला आने और राम रहीम के समर्थकों की ओर से किसी तरह की हिंसा की आशंका के मद्देनजर पंजाब में हाईअलर्ट है। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
वर्ष 2002 में गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे। एक साध्वी ने पत्र के जरिए डेरा प्रमुख पर यौन शोषण सहित कई अन्य गंभीर आरोप लगाए थे। यह पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था। इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई ने गुरमीत सिंह के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई, 2007 को आरोप पत्र दाखिल किया।
इससे पहले तीन अगस्त को पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले में डेरे की दो साध्वी के बयान दर्ज करने संबंधी डेरा प्रमुख की मांग वाली रिवीजन पिटिशन को खारिज कर दिया था। डेरा प्रमुख ने हाई कोर्ट में कुछ समय पहले एक याचिका दायर करते हुए सीबीआई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें सीबीआई कोर्ट (पंचकूला) ने डेरा प्रमुख की दो साध्वी के बयान दर्ज करवाने की मांग खारिज कर दी थी और इस बारे में सीबीआई कोर्ट को सूचित करने का भी आदेश जारी किया था।