इन चीजों को खाने से होती है कई खतरनाक बीमारियाँ यह फूड और ड्रिंक हैं, जो की जो हमारे शरीर में बीमारी को बढ़ावा देते है.
ब्रेड-
ताज़ख़बर36गढ़:- भले ही ब्रेड किसी भी प्रकार से हमें बाजार में उपलब्ध हो, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होती है. ब्रेड में किसी भी तरह का प्रोटीन, फाइबर और विटामिन नहीं होता है. ब्राउन ब्रेड से ज्यादा हानिकारक वाइट ब्रेड होती है, जिसमे में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, सोडियम और ग्लूटेन होता है, जो की अनेक बीमारियां पैदा करता है। ब्रेड में हाई लेवल में सोडियम उपस्थित होता है जो ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक की बीमारी का कारण है। इसको केक, बर्गर के रूप में लेने से, इसमें उपस्थित एक्स्ट्रा सॉल्ट और शुगर वजन बढ़ाने में मदद करता है। ब्रेड में बहुत ज्यादा मात्र में ग्लूटेन पदार्थ होता है जो कि सीलिएक रोग का मुख्या कारण बन सकता है। ब्रेड खाने से पेट में बहुत सी समस्याएं बढ़ती है जो ग्लूटेन इन्टोलरेंस के कारण होता है।
कॉफी-
स्वास्थ्य के ज्ञाताओं ने कहा है कि कॉफी में कैफीन नमक पदार्थ की अधिक मात्रा होने से इसकी लत व्यक्ति को जल्दी लगती है और कॉफी का आदी हो जाने से व्यक्ति को अगर 12 घंटे तक कॉफी न मिलने पर बहुत ही ज्यादा सिरदर्द शुरू होने लगता है, कॉफी में उपस्थित कैफीन के करें से स्वास्थ्य को खतरा होता है। विशेषज्ञ ने बताया हेई की कैफे बनाई जाने वाली कॉफी में हमें पता नहीं चल पाता कि किसमें कितना कैफीन मौजूद है, इस प्रकार अनजाने में ही कैफीन की ज्यादा मात्रा हम ले लेते है, शरीर के लिए हानिकारक होता है. ज्यादा कॉफी पिने से नींद न आने की परेशानी होती है, इसके साथ ही घबराहट और हृदय गति रुकने का डर बाद जाता है. कैफीन का रासायनिक पदार्थ उपथिति के कारण दिल की धड़कन को बढ़ाता है। जो शरीर की नसों को चोदा और दिमाग की नसों को संकरा कर देता है.
चिप्स-
द यूरोपियन फूड सेफ अथॉरिटी के शोध के अनुसार कॉफी, चिप्स, रोस्टेड स्नैक्स आदि में एक्रेलमाइड पदार्थ पाया जाता है जो कैंसर का खतरा बढ़ाता है . यूरोपियन फूड सेफटी अथॉरिटी के अध्ययन में पता चला है की इनमें उपस्थित कार्सेनिक पदार्थ कैंसर को बड़ा देता है इसलिए इनको खाने में कम से कम लाना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है की बहुत अधिक तली चीजें जैसे चिप्स और वैफर, बहुत भुनी और भूरे रंग की चीजें जैसे रोस्टेड स्नैक्स, रोस्टेड ब्रेड और कॉफी आदि को खाने से कैंसर का रिस्क सबसे अधिक है। आलू के चिप्स, फ्रोजन डिनर इन सभी में हाई सोडियम होता है।
सॉफ्ट ड्रिंक्स-
प्रतिदिन करीब छह बोतल सॉफ्ट ड्रिंक्स को खाने में लेन वाले लोग इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाते हैंजिसके कारण उनके खून में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित नहीं हो पाता और उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। साथ ही सॉफ्ट ड्रिंक्स और मीठे पेय, कैंडी, कुकीज, केक, कचौडी, डोनट्स गेनौला बार्स पेस्ट्रीज और बेक किये हुए अनेक खाने वाली चीजो का सेवन कम करना चाहिए। कोल्ड ड्रिंक्स में उपस्थित चार खतरनाक पेस्टीसाइडस डीडीटी, मेलाटियान मेटाबोलाइटस लिंडेन, क्लोराफारिफोस होता है। एक नए शोध में दावा किया है कि डायट साफ्ट ड्रिंक्स का दिन में एक बार सेवन करने से व्यक्ति में दिल के दौरे का खतरा बढ़ सकता है।
मियामी मिलर स्कूल आफ मेडिसिन यूनिवर्सिटी और कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय ग्रुप ने बताया कि उनके शोध के निष्कर्ष ने इस भावना को खारिज किया है कि ये डायट ड्रिंक्स स्वास्थ्यकर होती हैं और इनके सेवन से पतले होने में मदद मिलती है। इस शोध में डाइट और सामान्य दोनों तरह के शीत पेय के सेवन और दिल के दौरे तथा नाड़ी संबंधी रोगों के खतरे को शामिल किया गया। शोधकर्ताओं ने एक खास समूह पर अध्यययन किया। निष्कर्ष में पाया गया कि जो लोग प्रतिदिन डाइट ड्रिंक्स पीते हैं, उन्हें दिल के दौरे या नाड़ी संबंधी रोग होने की आशंका 43 %ज्यादा होती है। एक महीने में एक बार से सप्ताह में छह बार हल्की डायट ड्रिंक्स पीने वालों और सामान्य शीतल पेय लेने वालों में इस तरह के रोगों के खतरे की संभावना बहुत कम होती है।
फास्ट फूड-
फ़ास्ट फ़ूड की वजह से अनेक प्रकार के रोग हो सकते है, जैसे की फास्ट फूड जो की मोटापा बढ़ाता है. नए शोध में बताया गया है कि फास्ट फूड दिमाग के लिए अच्छा नहीं होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार फास्ट फूड दिमाग को नुकसान पहुचने के साथ-साथ, तले हुए खाने में पाए जाने वाले केमिकल्स दिमाग में अनेक विकृतियों को जन्म देते है. इससे व्यक्ति अपनी भूख को बर्दास्त नहीं कर पता है। ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च टीम ने कहा है कि जंक फूड खाने के बाद व्यक्ति का दिमाग यह बता पाने में सक्षम नही होता है कि उसने क्या खाया और नतीजतन व्यक्ति इन चीजो को खाता चला जाता है।
सूत्रों के अनुसार, शोकर्ताओ की टीम के डॉ. जीन बाउमैन ने बताया कि यह साफ हो चुका है कि जंक फूड और ट्रांस फैट आपके दिल और दिमाग दोनों के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि जंक फूड से सेहत संबंधित कई परेशानियां सामने आ रही हैं, इनमें दिल से संभंधित परेशानिया, हाई कॉलेस्ट्रॉल, मोटापा और डायबीटीज आदि हैं। जंक फूड से ना सिर्फ ओबेसिटी, बल्कि हार्ट अटैक जैसी अनेक खतरनाक बीमारियों का खतरा भी हो सकता है।
इनमें शुगर की क्वांटिटी बहुत ज्यादा होती है। जैसे चॉकलेट, केक, बिस्कुट वगैरह में शुगर काफी होती है। इनमें मिनरल्स और विटामिंस कम होते हैं साथ ही इनमे कैलरीज बहुत अधिक होती हैं। इनमें ऑक्सिकॉलेस्ट्रॉल भी ज्यादा होता है। कुकीज, कैंडी बार, मफिन्स, फ्राइड फूड्स जैसे फूड आइटम्स में हाइड्रोजनेटेड ऑयल और फैट्स होते हैं। इनसे बॉडी को नरिशमेंट बिल्कुल नहीं मिलता। जंक फूड खाने के बावजूद भूख नहीं मिटती और दिमाग ज्यादा फूड की डिमांड करता है।