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राजनीति

उप चुनाव, आयोग ने कहा- यूपी से महाराष्ट्र तक क्यों आई ईवीएम में खराबी, जानें 10 बातें

चुनाव आयोग ने कहा- यूपी से महाराष्ट्र तक क्यो आई ईवीएम में खराब, जानें 10 बातें

आज देश की चार लोकसभा और दस विधानसभा सीटों पर हो रहे उप-चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी बड़ी मुसीबत बनकर सामने आई है। चुनाव आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में मतदान के दौरान इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की बड़ी वजह बेतहाशा गर्मी है। दस राज्यों की 14 सीटों पर हो रहे उप-चुनावों में से उत्तर प्रदेश के कैराना में सबसे नज़र लगी हुई है जहां पर अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने पहले ही अपनी शिकायत दर्ज कराई है। कैराना लोकसभा सीट को विपक्षी एकता के टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है। महाराष्ट्र के पालघर और भंडारा-गोंदिया संसदीय क्षेत्र में जोरदार मुक़ाबला है जहां पर बीजेपी वापसी की पुरजोर कोशिश कर रही है। गुरुवार को वोटों की गिनती होगी।

आइये जानते है लोकसभा और विधानसभा उप-चुनाव से जुड़ी 10 बड़ी बातें-

1-आयोग ने कहा कि मशीनों को ठीक करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा- खराब ईवीएम और वीवीपैट से निपटने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया है। इन चीजों से निपटने के लिए इंजीनियर देख रहे हैं और उस हिसाब से काम कर रहे हैं जैसे- ईवीएम को रिप्लेस किया जाना।

2-कैराना लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल उम्मीदवार तबस्सुम हुसैन ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि करीब 150 वोटिंग मशीनें काम नहीं कर रही हैं। लोकसभा क्षेत्र के सबसे बड़े बूथ पर 10 वोटिंग मशीनों में खराबी आने के चलते मतदान की प्रक्रिया काफी धीमी चल रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सुबह ग्यारह बजे तक 21 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई।

3-बीजेपी ने कैराना में हुकूम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, जिनके निधन के चलते यह चुनावा करना पड़ रहा है। विपक्षी चुनौतियों के बीच यहां पर मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री और राज्य के कई शीर्ष मंत्रियों ने लगातार चुनाव प्रचार किया है।

4-विपक्षी पार्टियां तबसुम हुसैन के खाते में दलित, मुस्लिम और जाट वोट पड़ने की उम्मीद कर रहे हैं। वे सभी गोरखपुर और फूलपुर में उप-चुनाव में मिली जीत को यहां पर फिर से दोहराना चाहते हैं जो पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट थी। लेकिन, हाल में हुए उप-चुनाव में बीजेपी को दोनों ही जगहों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

5-महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीटप पर हो रहे उप-चुनाव ने पहले से शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों में जारी तल्खी को और बढ़ाकर रख दिया है। यहां पर जहां एक ओर शिवसेना ने पूर्व बीजेपी नेता के बेटे को मैदान में उतारा है, जिनके निधन के चलते यह चुनाव कराया जा रहा है। जबकि, बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गावित को खड़ा किया है, जो इस महीने की शुरूआत में पार्टी से जुड़े हैं।

6-महाराष्ट्र के भंडारा गोंदिया में जिला मजिस्ट्रेट अभिमन्यू काले ने कहा कि खराब मशीनों के चलते वोटिंग को 35 मतदान केन्द्रों पर सस्पेंड कर दिया गया है। इस आरक्षित सीट पर इसलिए चुनाव कराना पड़ रहा है क्योंकि बीजेपी सांसद नाना पटोले ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है। बीजेपी ने यहां पर पूर्व सांसद हेमत पाटले को कांग्रेस समर्थित एनसीपी उम्मीदवार मधुकर कुकडे के खिलाफ उतारा है।

7-नगालैंड विधानसभा सीट नेफ्यू रियो के इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री बनने के चलते खाली हुई है। उनकी नेशनलिस डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी ने वहां पर इस साल की शुरुआत में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। आज के उप-चुनाव में सीधा मुकाबला दो क्षेत्रीय मोर्चे के बीच है जिसमें एक को बीजेपी का समर्थन है तो वहीं दूसरे को कांग्रेस का।

8-कांग्रेस सेंट्रल केरल विधानसभा की चेंगनुर सीट पर जीत की उम्मीद लगाए बैठी है, जहां पर लगातार वामपंथी पार्टी जीतती रही है। बीजेपी भी चेंगन्नुर में बेहत प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है जैसा उसने 2016 के राज्य चुनाव में किया था।

9-बिहार के जोकिहाट में उप-चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है जहां पर पिछले साल सत्ताधारी दल जेडीयू के बीजेपी के साथ हाथ मिलने के चलते यहां के विधायक सफराज आलम ने पार्टी से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल को ज्वाइन कर लिया था। आलम ने इस के शुरुआत में हुए अररिया लोकसभा उप-चुनाव में जीत दर्ज की है। आरजेडी ने यहां पर आलम के छोटे भाई को जेडीयू के खिलाफ मैदान में उतारा है।

10-मेघालय के अम्पति विधानसभा सीट पर हो रहे उप-चुनाव में मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा की अगुवाई वाली सत्ताधारी नेशनल पीपुल्स पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा की अगुवाई में कांग्रेस के बीच मुकाबला है।

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