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पुलिस

दिवंगत एटीएस एएसपी राजेश साहनी के परिवार के लिए साथी पुलिस अफ़सरों ने जुटाए 26 लाख रुपए

राजेश साहनी के साथी अफ़सरों ने उनके परिवार के लिए चंदा जमा कर 26 लाख 68 हज़ार रूपये जुटाए हैं. साहनी के परिवार को इस रक़म की चेक उनके घर जाकर दी गई. पीपीएस एसोसिएशन के सदस्यों ने अपने अपने वेतन से इस रक़म का इंतज़ाम किया. एटीएस में एएसपी रहे राजेश साहनी ने अपने ही ऑफ़िस में गोली मार कर ख़ुदकुशी कर ली थी. 29 मई को हुई इस घटना की जांच लखनऊ के एडीजी राजीव कृष्ण कर रहे हैं.

पुलिस अधिकारी की मौत से उनके परिचित हैरान रह गए थे
यूपी के तेज़ तर्रार और ईमानदार छवि के पुलिस अधिकारी की मौत से उनके परिचित हैरान रह गए थे. किसी को यक़ीन ही नहीं हुआ हमेशा मुस्कुराते रहने वाले राजेश आत्म हत्या भी कर सकते हैं. जब उन्होंने अपने दफ़्तर में गोली मार कर ख़ुदकुशी की थी. वे छुट्टी पर थे. अपनी इकलौती बेटी का मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंस में एडमिशन कराने के लिए साहनी ने छुट्टी ली थी. वे उस दिन अपने एसएसपी के कहने पर ऑफ़िस गए थे. बाद में अपने ड्राईवर से उन्होंने सर्विस रिवाल्वर मंगवाई. फिर कमरा बंद कर गोली मार ली.

एएसपी राजेश साहनी की आत्महत्या पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है
उन्होंने ऐसा क्यों किया ? ये अब भी सस्पेंस बना हुआ है. साहनी ने कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा था. यूपी के डीजीपी ने इस आत्म हत्या की जांच एडीजी राजीव कृष्ण से कराने के आदेश दिए. लेकिन साहनी के साथी पुलिस अफ़सर नहीं माने. पीपीएस एसोसिएशन की मांग पर योगी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए. लेकिन सीबीआई ने अब तक जांच शुरू नहीं की है. लखनऊ के एडीजी ने भी अब तक जांच रिपोर्ट नहीं दी है.

साथी पुलिस अधिकारियों ने अपनी तनख़्वाह से 26 लाख जमा कर साहनी के परिवार को सौंपा
योगी सरकार ने दिवंगत राजेश साहनी की पत्नी को ओएसडी बनाने का एलान किया था. साहनी की मौत के महीने भर बाद भी ये फ़ैसला लागू नहीं हो पाया है. उनकी पत्नी को ओएसडी बनाने की फ़ाईल गृह विभाग में पड़ी हुई है. राज्य सरकार ने साहनी की बेटी की पढ़ाई का ख़र्च भी उठाने का एलान किया था. साहनी के साथी पुलिस अधिकारियों ने अपनी तनख़्वाह से 26 लाख से अधिक रूपया जमा कर उसका चेक उनकी पत्नी और पिता को सौंपा.

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