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क्राइम

देश के सबसे बड़े आयुध डिपो से चोरी होती रही एके 47 रायफल, तीन गिरफ्तार

(ताज़ाख़बर36गढ़) देश के सबसे बड़े सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो (सीओडी) से एके 47 बंदूके व उनके कलपुर्जे चोरी किए जाते रहे, जिन्हे बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों में अपराधियों को बेचा गया है, जिन्होने इन बंदूकों का उपयोग अपराधिक वारदातों में किया है. पुलिस ने मामले में सीओडी फैक्टरी के कर्मचारी सुरेश ठाकुर, सेना के रिटायर्ट आरमोरर पुरुषोत्तम रजक, उसके बेटे शीलेन्द्र को हिरासत मेें लिया है. मामले में आरमोरर की पत्नी चंद्रवती की पुलिस को अभी तलाश है. पुलिस को तीनों के घरों से एके 47 बंदूक के कलपुर्जे, 11 लाख रुपए नगद, तीन कार, संपत्तियों के कागजात मिले है.

इस आशय की जानकारी एसपी अमित सिंह ने आज गुरुवार को कंट्रोल रुम में आयोजित पत्रवार्ता में दी है. एसपी अमित सिंह ने बताया कि पंचशील नगर गोरखपुर निवासी पुरुषोत्तम पिता रामदुलारे रजक उम्र 51 वर्ष सेना में आरमोरर के पद से सेवानिवृत हुआ, जिसे सीओडी के गोदाम में पदस्थ सुरेश पिता बालकृष्ण ठाकुर निवासी जयप्रकाश नगर अधारताल द्वारा वर्ष 2012 से एके 47 बंदूक लाकर दी जाती रही, जिसे पुरुषोत्तम द्वारा सुधारकर बेचा जाता रहा. पुरुषोत्तम रजक ने अपनी पत्नी चंद्रवती व बेटे शीलेन्द्र के साथ मिलकर वर्ष 2012 से 2018 के बीच करीब 70 से ज्यादा एके 47 बंदूक बनाकर बेची है. पुलिस ने मामले में पुरुषोत्तम रजक, उसके बेटे शीलेन्द्र व सीओडी कर्मी सुरेश ठाकुर को हिरासत में ले लिया है.

कई संपत्तियां भी खरीदी है-

पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि यह गैंग लम्बे समय से एके 47 बंदूक बेच रहा है जिससे लाखों रुपए की काली कमाई की है, इन्होने अर्जित आय से कृष्णा हाईट्स में फ्लैट, सहित अन्य संपत्ति भी खरीदी है, जिसकी जांच की जा रही है. उक्त संपत्ति को भी राजसात कराया जाएगा, साथ ही इनकम टैक्स विभाग को सूचना दी गई है.

11 लाख रुपए नगद, चार कार, शराब मिली-

पुलिस को तलाशी के दौरान सीओडी कर्मी सुरेश ठाकुर के पास से 6 लाख रुपए, पुरुषोत्तम के पास से 5 लाख रुपए, शीलेन्द्र के पास 78 हजार रुपए मिले है, इसके अलावा इनोवा, इंडिको, आई 10 कार स्कू टी सहित अन्य सामान बरामद किया गया है. यह सबकुछ इस काली कमाई से ही खरीदा गया है.

सीओडी से चोरी किए जाते रहे कलपुर्जे-

पुलिस को पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि सुरेश ठाकुर द्वारा सीओडी फैक्टरी के गोदाम से एके 47 बंदूक व उसके कलपुर्जे पुरुषोत्तम के कहने पर चोरी कर दिए जाते रहे. जिससे पुरुषोत्तम खराब बंदूकों को सुधारकर बिहार सहित देश के अन्य हिस्सो में बेच देता था. वहीं बंदूक के खराब कलपुर्जे सुरेश गोदाम में जमा कर देता रहा, जिससे किसी को पता भी नहीं चलता रहा.

रिटायर्ड सैन्य कर्मी के घर में मिली एके 47 के कलपुर्जे, बंदूक

पुलिस ने बताया कि पुरुषोत्तम रजक के पंचशील नगर गोरखपुर स्थित घर में बीती रात दबिश दी गई, जहां से एके 47 बंदूक के तीन जिन्दा कारतूस, राईफल स्प्रिंग ,राईफल के बट प्लेट, टिगर स्प्रिंग, टिगर क्लिप व राईफल सुधारने के अन्य औजार एवं 1 तलवार तथा 14 बाटल कीमती अग्रेजी शराब एवं 8 बॉटल बीयर की मिली.

बिहार में पकड़े गए इमरान से खुला राज-

एसपी श्री सिंह ने बताया कि थाना जमालपुर जिला मुंगेर बिहार में 29 अगस्त को तीन एके 47 बंदूक के साथ पुलिस ने इमरान नामक युवक को पकड़ा, जिसने पूछताछ में जानकारी दी कि पुरुषोत्तम रजक द्वारा एके 47 बंदूक व उसके कलपुर्जे उपलब्ध कराए जाते रहे. इस खबर के बाद जबलपुर पुलिस सक्रिय हो गई और उसने इस गैंग को पकड़ा है.

नदी में फिकवाए एके 47 बंदूक के कलपुर्जे सहित अन्य सामान-

पुलिस को पूछताछ में यह जानकारी भी मिली है कि पुरुषोत्तम को जैसे ही इस बात की खबर मिली मुंगेर बिहार में इमरान पकड़ा गया है, उसे तत्काल अपने बेटे शीलेन्द्र को फोन पर कहा कि घर में रखी बंदूक व उनके कलपुर्जे फेंक दो. जिसपर शीलेन्द्र ने सारा सामान गौर नदी में फेंक दिया था. उस वक्त पुरुषोत्तम व उसकी पत्नी चंद्रवती ट्रेन में बैठकर बिहार से जबलपुर लोट रहे थे.

एक बड़ा गिरोह है यह-

सूत्रों की माने तो एके 47 बंदूक व उसके कलपुर्जे सीओडी फैक्टरी से चोरी करने में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो इस खतरनाक काम को अंजाम दे रहा है. पुलिस द्वारा पूछताछ में और भी कर्मचारियों के नाम उजागर होने की संभावना है.

एक आरोपी महिला की तलाश-

पुलिस इस मामले में आरमोरर पुरुषोत्तम रजक की पत्नी चंद्रवती की तलाश है, जो पुलिस की दबिश के पहले ही फरार हो गई है, उसके पकड़े जाने के बाद और भी मामलों से पर्दाफाश हो सकेगा. हालांकि महिला को पकडऩे के लिए पुलिस की टीमों द्वारा संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.

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