बिलासपुर/ पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सरकार 15 सालों से विकास का दावा कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश में कहीं विकास ही नहीं हुआ। इसका सबूत यह है कि जब डॉ. रमन सिंह ने सीएम के पद की शपथ ली थी, तब यहां 32 लाख परिवार गरीब थे। उनके 15 साल के कार्यकाल में ये गरीब बढ़कर अब 45 लाख हो गए हैं।
वे सोमवार शाम कांग्रेस भवन में प्रेस कांफ्रेंस ले रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने मनरेगा लागू की, जिसमें गांव के हर मजदूरों को 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी थी। फिर नरेगा लागू की गई, जिसके तहत 150 दिन तक रोजगार देने की गारंटी दी गई, लेकिन छत्तीसगढ़ की रमन सरकार ने एक व्यक्ति को औसत महज 32 दिन का रोजगार दिया। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तब वे पेट्रोलियम मंत्री थे। उस समय क्रूड आयल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 100 से 120 डॉलर थी, तब भी यूपीए सरकार ने पेट्रोल की कीमत 70 रुपए प्रतिलीटर से नीचे रखी। अब जबकि क्रूड आयल की कीमत 40 डॉलर से भी कम है, तब भी मोदी सरकार ने पेट्रोल की कीमत को 75 से 80 रुपए प्रतिलीटर रखा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों के आधार पर ही घरेलू चीजों के दाम भी निर्भर करते हैं। परिवहन भाड़ा भी दैनिक वस्तुओं पर जुड़ता है। यही वजह है कि आज हर वस्तु की कीमत आसमान छू रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार 3.50 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर देती रही है, जब से केंद्र में मोदी की सरकार आई है, तब से घरेलू गैस की कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं। आज एक घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत एक हजार रुपए तक पहुंच गई है।सरकार आई तो बेरोजगारों से देंगे रोजगारपूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के युवाओं की उपेक्षा करते हुए आउटसोर्सिंग से भर्ती करती रही है। इससे प्रदेश युवा बेराजगार हो गए हैं। उन्हें काम की तलाश है।
जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो आउटसोर्सिंग को बंद कर प्रदेश के युवाओं को सीधे नौकरी दी जाएगी। रमन के कार्यकाल में बढ़ गए नक्सलवाद पूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली ने नक्सलवाद को लेकर भाजपा को खूब कोसा। उन्होंने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ के दो ही जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे और पूरा प्रदेश नक्सलवाद से प्रभावित हो गया है। यह सब नक्सलवाद को खत्म करने के लिए बनाई गई कमजोर नीति का नतीजा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक और आंध्रप्रदेश सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ ऐसा मोर्चा खोला कि उनके हौसले टूट गए और वहां लगभग नक्सलवाद खत्म हो गया है। 10 दिन में किसानों का कर्ज करेंगे माफ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री मोइली ने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इन राज्यों की जनता भाजपा की कार्यशैली से बौखला गई है। वो कांग्रेस की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। यह संकेत है कि पांचों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बन रही है। इन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों का कर्ज महज 10 दिन में माफ कर दिया जाएगा। टिकट बेचने का आरोप महज अफवाह छत्तीसगढ़ समेत पांचों राज्यों में कांग्रेस द्वारा पैसे लेकर टिकट बेचने के आरोप को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह है। विरोधी पार्टी द्वारा फैलाया गया प्रोपेगेंडा है। बता दें कि मोइली कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी हैं। प्रदेश से 37 हजार महिलाएं गायब पूर्व केंद्रीय मंत्री ने महिलाओं को सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाते हुए रमन सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की 37 हजार महिलाएं गायब हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। जो सरकार नारियों की सुरक्षा नहीं कर सकती, उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। प्रदेश में लॉ एंड आर्डर नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है।