Advertisement
बिलासपुरशिक्षा

बिलासपुर: ड्रीम इंडिया स्कूल प्रबंधन का बड़ा कारनामा… 6700 रुपए फीस नहीं पटाने पर दो बच्चों को स्कूल से निकाला…पालक पहुंचा डीईओ के पास…


बिलासपुर/ उसलापुर स्थित ड्रीम इंडिया स्कूल प्रबंधन का बड़ा कारनामा सामने आया है। स्कूल प्रबंधन महज 6750 रुपए के लिए दो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहा। तत्काल इतनी फीस नहीं पटाने पर दोनों बच्चों को स्कूल से भगा दिया है।

संजय धूदियानी इडली ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उसके दो बच्चे यश और सनी हैं, जो उसलापुर स्थित ड्रीम इंडिया स्कूल में कक्षा पांचवीं में पढ़ते हैं। दोनों बच्चों की सालभर की फीस 31 हजार रुपए है। पिता संजय के अनुसार स्कूल में एडमिशन लेते समय उनकी वहां की प्रिंसिपल से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए वह किश्तों में फीस अदा करेगा। उस समय प्रिंसिपल ने उसे आश्वासन दिया था कि स्कूल प्रबंधन किश्तों में फीस स्वीकार कर लेगा। एडमिशन के बाद अब तक संजय फीस के रूप में 24 हजार रुपए जमा कर चुका है। मात्र 6750 रुपए बाकी है।

15 दिन पहले स्कूल से भगाया

पिता संजय और दोनों बच्चों को आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने 15 दिन पहले संजय को बुलाया और फीस जमा करने कहा। फीस जमा नहीं कर पाने पर बच्चों को उनके साथ भेज दिया और कहा कि जब-तब फीस जमा नहीं हो जाएगी, तब तक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना। तब से आज तक बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।

डीईओ हीराधर तक पहुंची शिकायत

गरीब पालक के बच्चों के भविष्य बर्बाद करने की जानकारी मिलते ही एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष आशीष अवस्थी का दिल पसीज गया। वे सोमवार दोपहर पालक और उनके दोनों बच्चों यश व सनी को लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। उस समय डीईओ आरएन हीराधर कार्यालय में नहीं थे। फोन पर उनसे बात हुई तो डीईओ ने कहा कि वे अपनी शिकायत वहां दर्ज करा दें। मामले की जांच कराई जाएगी।

डीईओ बोले- बच्चों का भविष्य नहीं होने देंगे बर्बाद

डीईओ हीराधर ने बताया कि ड्रीम इंडिया के एक पालक की शिकायत मिली है। फीस नहीं पटाने पर उसके दो बच्चों को स्कूल से निकालने का आरोप है। मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है। फीस नहीं पटा पाने पर किसी बच्चे का भविष्य बर्बाद नहीं किया जा सकता। अभी फीस पटाने का समय है। स्कूल प्रबंधन से बात कर दोनों का दोबारा एडमिशन कराया जाएगा। दाखिला लेने से इनकार करने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पक्ष जानने के लिए ड्रीम इंडिया स्कूल प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

error: Content is protected !!