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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: मोबाईल पर भी जान सकेंगे मतदाता अपनी जानकारी : भारत निर्वाचन आयोग ने शुरू किया वोटर हेल्पलाइन एप्लिकेशन

लोकसभा निर्वाचन के लिए शुरू हुआ मतदाता सत्यापन एवं सूचना कार्यक्रम। प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन निःशुल्क डाउनलोड कर नए मतदाता जुड़वा सकते हैं अपना नाम

रायपुर/ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन पूर्व मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदाता सत्यापन एवं सूचना कार्यक्रम (व्ही.व्ही.आई.पी.) चलाया जा रहा है। देशभर में चल रहे इस कार्यक्रम के अंतर्गत मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने तथा मतदाताओं को घर बैठे मतदाता सूची में नाम जोड़ने तथा सूची में सुधार करने में सहायक होगा। इसके तहत कॉल सेन्टर की स्थापना देश के सभी जिलों में की गई है, जो आधुनिकतम प्रौद्योगिकी से लैस है। इसी कड़ी में वोटर हेल्पलाइन एप्लिकेशन भी शुरू किया है। इसमें देश-विदेश के किसी भी कोने में बैठा मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में देख सकता है, नए मतदाता नाम जुड़वा सकते हैं। अन्य स्थान से नाम विलोपित और स्थानांतरित भी करवा सकते हैं। आयोग द्वारा तैयार इस मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से कोई भी मतदाता तथा आम नागरिक निर्वाचन संबंधी विभिन्न अद्यतन जानकारियाँ भी देख सकता है। निर्वाचन संबंधी गतिविधियों को जानने और समझने के लिए इस एप्लिकेशन में जरूरी टैब भी दिए गए हैं।
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहुलियत के लिए किए जा रहे प्रयासों की कड़ी में यह एड्रांयड एप्लिकेशन लांच किया है। एप्लिकेशन को गुगल के प्ले स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए मोबाइल के प्ले स्टोर पर जाकर टव्ज्म्त् भ्म्स्च्स्प्छम् सर्च करना होगा। मोबाइल एप को डाउनलोड कर मतदाता अपनी व्यक्तिगत जानकारी या मतदाता परिचय पत्र के जरिए मतदाता सूची में नाम देख सकते हैं। इस एप के माध्यम से विदेश में होते हुए भी भारतीय नागरिक अपनी प्रविष्टि मतदाता सूची के लिए करवा सकते हैं। वोटर हेल्पलाइन एप से आम लोगों की निर्वाचन संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया जा सकता है। आयोग द्वारा मतदाता जागरूकता को लेकर प्रकाशित विभिन्न प्रकाशनों को भी इस एप के माध्यम से सीधे देखा और पढ़ा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग, निर्वाचन को अधिक सुगम, पारदर्शी और स्वतंत्र रूप से संपन्न कराने के लिए लगातार नवाचार करता रहा है। इसमें आम मतदाताओं को मतदान हेतु प्रेरित करने के लिए उनकी सहूलियत को प्राथमिकता दी जा रही है। तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देते हुए निर्वाचन प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के प्रयास किए गए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से आम नागरिक और खासकर युवा मतदाताओं में जागरूकता विकसित करने का काम किया गया है। इसके बड़े उत्साहजनक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।

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