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ज़िला प्रशासननगर निगमबिलासपुर

स्मार्ट सिटी तभी संभव जब दिव्यांगों के लिए सुगम्य हो-डा. अलंग…विकलांग व्यक्तियों के लिए रचनात्मक बाधामुक्त वातावरण पर कार्यशाला…

बिलासपुर/ स्मार्ट सिटी की परिकल्ना तभी साकार होगी जब यहां दिव्यांगों के लिए भी एक्सिसबल (सुगम्य) हो। समाज के सभी वर्ग के लोगों को इसके लिए आगे आने की जरूरत है।

उक्त बातें होटल आनंदा में आयोजित विकलांग व्यक्तियों के लिए रचनात्मक, बाधामुक्त वातावरण कार्यशाला में कलेक्टर श्री डा. संजय अलंग ने कही। कलेक्टर डा. अलंग ने कहा कि रायपुर जैसा यहां का भी विकास यह सभी वर्गों की मांग है। दिव्यांगों को सुविधाएं देने संबंधित बातों पर जोर देते हुए उन्होंने समाज व शिक्षा के स्तर पर कार्य करने आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि समाज का समावेश परिवार से आएगा, शिक्षा का समावेश जो एजुकेशन से आएगा। इसी तरह उन्होंने दिव्यांगों के लिए सूचना और परिवहन तक पहुंच बनाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक भवनों को दिव्यांगों के अनुकूल बनाने अपने स्टीमेट में शामिल करने उपस्थित क्रेडाई के पदाधिकारी व इंजीनियर्स से अपील की। कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी दिव्यांग के लिए कुछ भी कार्य करने से एक अलग खुशी मिलती है। इस दौरान उन्होंने क्रेडाई के पदाधिकारियों से मिलकर कार्य करने और शहर के विकास में साकारात्मक भागीदारी निभाने की बात कही।

कार्यक्रम मुख्य वक्ता आरूषी संस्था भोपाल के अनिल मुदगल व सरोजनी नायडू, महाविद्यालय भोपाल के प्रो. रोहित त्रिवेदी ने पावर पाइंट प्रेजेंटेशन से दिव्यांगों को सुविधा मुहैया कराने संबंधित बातों को बताया। इस दौरान उन्होंने स्कूल, कालेज व सार्वजनिक स्थानों में दिव्यांगों के लिए शिक्षा व्यवस्था, वाशरूम में रैंप रेलिंग आदि की व्यवस्था कराने संबंधित बातों पर जोर दिया।

कार्यक्रम में दिव्यांगों को होने वाली परेशानियों को प्रायोगिक कर बताया गया। इस मौके क्रेडाई के संरक्षक  प्रकाश गहलवानी, सचिव अजय श्रीवास्तव सहित क्रेडाई के अन्य पदाधिकारी, समाज कल्याण के अधिकारी, निगम के इंजीनियर्स व अधिकारी उपस्थित थे।

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