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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: दिव्यांगजनों के हुनर को निखार कर स्वावलंबी बनाने हर संभव सहयोग: भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री ने शासकीय श्रवण बाधितार्थ बालिका विद्यालय व छात्रावास के नवनिर्मित भवन का किया लोकार्पण

विद्यालय में विभिन्न सुविधाओं के लिए 2.62 करोड़ रूपए की दी स्वीकृति

रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बधेल ने कहा कि दिव्यांगजनों में कोई न कोई हुनर जरूर होता है। उनके इस हुनर को निखारने की जरूरत है। राज्य सरकार द्वारा इसमें हर संभव सहयोग दिया जाएगा ताकि वेे हुनरमंद बनकर आत्मनिर्भर हो सके। वे आज जिला मुख्यालय धमतरी में शासकीय श्रवण बाधित बालिका विद्यालय, छात्रावास एवं प्रशिक्षण केन्द्र के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंडि़या भी मौजूद थी। मुख्यमंत्री ने विद्यालय और प्रशिक्षण केन्द्र में फर्नीचर, ओपन जिम, कम्प्यूटर, आडियोमैट्री रूम सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए 2.62 करोड़ रूपए की स्वीकृति भी प्रदान की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं को पढ़ाई के साथ ही उनमें छुपी प्रतिभा को निखारने के लिए कम्प्यूटर, सिलाई, ब्यूटीपार्लर सहित अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किए जाएं ताकि वो आगे चलकर अपने पैरो पर खड़ी हो सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो भी बजट होगा वह राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उपस्थित दिव्यंाग बच्चों और वृद्धजनों को स्वयं अपने हाथों से भोजन परोसा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय श्रवण बाधित बालिका विद्यालय, छात्रावास एवं प्रशिक्षण केन्द्र अभी किराए के भवन में चल रहा था, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा तीन करोड़ 30 लाख रूपए की लागत से सर्वसुविधायुक्त यह भवन बनाया गया है। यहां विभिन्न जिलों की 105 श्रवण बाधित बालिका अध्ययनरत हैं। इस विद्यालय में कक्षा पहली से दसवी तक की अध्ययन की व्यवस्था है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर तृतीय लिंग समुदाय के रविशंकर नागार्ची को प्रधानमंत्री आवास की चाबी प्रदान की। साथ ही समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत तीन दिव्यांग दंपत्ति को विवाह प्रोत्साहन राशि, 50 मूक बधिर छात्राओं को और 10 वरिष्ठ वृद्धजनों को श्रवण यंत्र, 10 वरिष्ठ वृद्धजनों को वाकिंग स्टीक, दस दिव्यांगजनों को मोटराईज्ड ट्रायसायकल, दस दिव्यांगजनों को ट्रायसाइकल और व्हील चेयर वितरित किया। इस अवसर पर दिव्यांग और वृद्धजनों को सम्मानित भी किया गया।

समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंडि़या ने कहा कि दिव्यांगजन किसी न किसी कला में माहिर होते है। इस विद्यालय और यहां के शिक्षकों के मार्गदर्शन से उनकी कला को निखारने में मदद मिलेगी और ये बच्चे आने वाले दिनों में प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। कार्यक्रम में सुराजी गांव योजना के तहत धमतरी गौठान-पशु मितान मोबाईल एप का शुभारंभ भी किया गया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक लेखराम साहू, राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, समाज कल्याण विभाग के संचालक चंद्रकांत उइके, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहित अनेक गणमान्य नागरिक, दिव्यांग छात्राएं एवं उनके पालक उपस्थित थे।

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