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आम बजट 2019: सीतारमण ने बदली 159 साल पुरानी ब्रीफकेस की परंपरा, जानें इसका रोचक इतिहास…

देश की पूर्णकालिक पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने के दौरान 159 साल पुरानी परंपरा को बदल दिया। वित्त मंत्री लोकसभा में बजट पेश करने के लिए जब अपने मंत्रालय से बाहर आईं तो उनके हाथ में इस मौके पर पहले के वित्त मंत्रियों के हाथ में नजर आने वाला लाल या काले रंग का ब्रीफकेस नहीं बल्कि लाल रंग का अशोक स्तंभ वाला मखमली कपड़े का एक पैकेट था जिसमें बजट रखा हुआ था।

यह बजट नहीं बही-खाता है

मुख्य आर्थिक सलाहकार के सुब्रमण्यन ने ब्रीफकेस की जगह बजट को लाल रंग के कपड़े में लाने का कारण बताया। उन्होंने कहा, यह भारतीय परंपरा है और पश्चिमी विचारों की गुलामी से निकलने का प्रतीक। यह बजट नहीं बही-खाता है।

ब्रीफकेस का रोचक इतिहास

वास्‍तव में बजट फ्रांसीसी शब्‍द ‘बॉगेटी’ से निकला हुआ है, जिसका मतलब लेदर बैग होता है। 1860 में ब्रिटेन के ‘चांसलर ऑफ दी एक्‍सचेकर चीफ’ विलियम एवर्ट ग्‍लैडस्‍टन फाइनेंशियल पेपर्स के बंडल को लेदर बैग में लेकर आए थे। यह बैग उन्हें खुद ब्रिटेन की महारानी ने ग्लैडस्टन को दिया था। इसमें बजट से संबंधित तमाम दस्तावेज थे, जिन पर महारानी का सोने में मोनोग्राम था।

ब्रिटेन में रेड ग्‍लैडस्‍टन बजट बॉक्‍स 2010 तक प्रचलन में रहा इसके बाद इसे म्‍यूजियम में रख दिया गया। अब इसकी जगह एक नए लाल लेदर बजट बॉक्‍स का इस्तेमाल किया जाता है।

आजाद भारत का पहला बजट चमड़े के बैग में पहुंचा था संसद
आजाद भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था। वह अपने बजट दस्तावेज को चमड़े के बैग में रखकर संसद भवन पहुंचे थे। कई सालों तक देश के तमाम वित्तमंत्री इसी तरह के बैग में बजट दस्तावेज लेकर पहुंचे।

कभी लाल तो कभी काले रंग में रंगा बजट बैग

भारत में बजट सूटकेस के कलर और शेड्स में अंतर आता रहा। 1958 में बजट पेश करने सदन पहुंचे जवाहर लाल नेहरू के हाथ में भी काला ब्रीफकेस नजर आया था। हालांकि मोरारजी देसाई और कृष्णमचारी बजट को फाइल में लेकर के गए थे।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 में बजट पेश किया तो वह काला बैग लेकर पहुंचे थे। पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ग्‍लैडस्‍टन जैसे रेड बजट बॉक्‍स का उपयोग किया था।

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के हाथों में ब्राउन और रेड ब्रीफकेस दिखा था। इस साल अंतरिम बजट पेश करने वाले कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बजट दस्तावेज के लिए लाल ब्रीफकेस का चुनाव किया था।

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