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आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप: विंडीज के खिलाफ सीरीज में अपना पहला मैच खेलेगी टीम इंडिया…

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि एक अगस्त से शुरू हो रही आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेल के लंबे प्रारूप को प्रासंगिक बनाएगी। कोहली ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा कि हम काफी उत्साह के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इस खेल के लंबे प्रारूप को प्रासंगिक बनाएगा। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट काफी चुनौतीपूर्ण है और पारंपरिक प्रारूप में शीर्ष पर रहना हमेशा बेहद संतोषजनक होता है।

भारतीय टीम ने हाल के वर्षों में शानदार काम किया है और चैंपियनशिप में उसके पास अच्छा मौका होगा। टेस्ट क्रिकेट हमारे खेल का शिखर है। यह क्रिकेट का मूल है और अधिकांश खिलाड़ी खेल के इस प्रारूप में सफल होना चाहते हैं। -जेम्स एंडरसन, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज

01 : अगस्त से इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया एशेज सीरीज से शुरू होगी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप
27 : सीरीजों में 71 टेस्ट मैच खेले जाएंगे नौ टीमों के बीच
विश्व चैंपियनशिप : टेस्ट के लिए टॉनिक
प्रमुख बिंदु

-प्रत्येक टीम तीन घरेलू सीरीज और तीन विरोधी के मैदान पर सीरीज खेलेगी और उसे प्रत्येक मैच के लिए अंक दिए जाएंगे।

-प्रत्येक सीरीज के 120 अंक होंगे जिन्हें सीरीज के मैचों के आधार पर बांटा जाएगा। उदाहरण के लिए दो मैचों की सीरीज का मतलब हुआ कि प्रत्येक मैच के 60 अंक होंगे जबकि तीन मैचों की सीरीज में प्रत्येक मैच के 40 अंक होंगे।

-टाई होने पर 50 प्रतिशत अंक उपलब्ध रहेंगे जबकि ड्रा पर अंकों का अनुपात 3 :1 होगा।

दो साल में नौ टीमों के बीच होगी प्रतिस्पर्धा

टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सत्र में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की नौ टीमें अगले दो साल में 27 सीरीजों के 71 टेस्ट मैचों में खिताब के लिए भिड़ेंगी। शीर्ष दो टीमें इसके बाद लार्ड्स में जून 2021 में फाइनल मुकाबला खेलेंगी।

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