यहां वीआईपी नहीं आते, आप सावधान रहिए
इस तिराहे पर चार खंभों में ट्रांसफार्मर लगे हुए थे। इससे गाड़ियों को मोड़ने में परेशानी होती थी। इसके नीचे पसरा लगाकर सब्जी की दुकानें लगने से तिराहे पर ट्रैफिक भी जाम होता था। इसे एसपी और निगम के निर्देश पर विद्युत मंडल ने एक दिन में हटा दिया। इसी सर्किट हाऊस के नजदीक चांदमारी में भी खंभे हटाए जाने हैं।
सामान्य रूट
रामभाठा मैदान रोड
यह सड़क ढिमरापुर से राजीव नगर को जोड़ती है। इसकी लंबाई 3 किमी से ज्यादा है। संजय मैदान रामभाठा से लेकर राजीव नगर के श्मशान घाट तक सड़क के बीच 18 खंभे खड़े हैं। पिछले पांच साल में इस सड़क पर खंभों से टकराने के कारण कई वाहन सवार घायल हो चुके हैं। इलाके के लोग महीनों से खंभा हटाने की मांग कर रहे हैं।
कयाघाट जूटमिल रोड
यह सड़क जूटमिल से केलो विहार को आपस में जोड़ती है। इसकी लंबाई करीब 1200 मीटर से अधिक हैं। इसमें 8 खंभे ऐसे हैं जो सड़क पर हैं। निर्माण के बाद से लेकर अबतक इन्हें निगम ने व्यवस्थित जगह शिफ्ट नहीं कराया है। इनकी वजह से खासकर रात के समय सड़क दुर्घटना की आंशका क्षेत्र में दोगुनी होती है, इस बात की जानकारी जिम्मेदारों को भी है।
सीधी बात
दो महीने में दो रिमाइंडर भेज चुके हैं
एसके साहू, ईई विद्युत मंडल
सिर्फ केवड़ाबाड़ी से सर्किट हाऊस के पोल हटा रहे हैं, लेकिन रामभाठा के क्यों नहीं?
ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए बनी नई प्लानिंग के तहत में फोर पोल को हटाने के निर्देश थे।
रामभाठा में खंभे सड़क बनने के बाद से बीचो बीच खड़े हैं, इसे क्यों नहीं हटा रहा विभाग?
निगम से पैसे नहीं मिले हैं, इसलिए यह काम अबतक लंबित है।
निगम आयुक्त को इस बात की जानकारी ही नहीं है?
ये कैसे कह सकते हैं, हमने इस पर लगातार पत्र लिखे हैं, दो महीने में हमने दो रिमाइंडर भेजे हैं।
आपकी लिखा पढ़ी के बीच कहीं कोई दुर्घटना हो गई तो जिम्मेदार कौन होगा?
25 सड़कों के इस्टीमेट पोल शिफ्टिंग की योजना थी, निगम ने यह काम सुपरविजन चार्ज देकर खुद काम कराने की बात कही थी, लेकिन निगम ने ऐसा नहीं किया।
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है
राजेंद्र गुप्ता, आयुक्त नगर निगम
ट्रैफिक सुधारने सर्किट हाऊस तक पोल शिफ्टिंग का काम कराया जा रहा है?
हां पोल शिफ्टिंग का काम कराया जा रहा है।
क्या इस प्लानिंग में रामभाठा के पोल भी शामिल है?
मुझे जानकारी नहीं है।
यहां सड़क के बीच 15 से ज्यादा जानलेवा खंभे हैं, फिर इसमें देरी किसलिए?
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है।
इसके लिए दो रिमांइडर विद्युत मंडल ने भेजा है आपको, और आप कह रहे पता नहीं?
मुझे पता नहीं।
प्लानिंग में रामभाठा काे लेकर चर्चा तक नहीं
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए एसपी संतोष सिंह ने बैठक बुलाई थी। इस बैठक में ट्रैफिक डीएसपी, निगम आयुक्त, पीडब्ल्यूडी व विद्युत मंडल के अफसरों से चर्चा के बाद पोल शिफ्टिंग व अन्य कार्यों पर निर्णय लिया गया था। बैठक में निगम के अफसरों ने रामभाठा, कयाघाट में दिक्कत पर चर्चा नहीं की।