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क्राइमछत्तीसगढ़

इंवेस्टिगेशन / झीरम मामले की जांच की कुछ फाइल छत्तीसगढ़ को सौंप सकती है एनआईए

डीजीपी अवस्थी से एनआईए के आईजी ने की चर्चा, राज्य के लगातार दबाव के बाद पहुंचे थे आशीष कुमार

दंतेवाड़ा के झीरम घाटी में नक्सलियों ने 31 कांग्रेस नेता व सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी

रायपुर. झीरम मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) जांच से जुड़ी कुछ फाइलें छत्तीसगढ़ सरकार को सौंप सकती है। इस संबंध में डीजीपी डीएम अवस्थी और एनआईए के आईजी आशीष कुमार के बीच चर्चा हुई है। डीजीपी से हुई मुलाकात की पूरी रिपोर्ट आशीष कुमार एनआईए प्रमुख को देंगे। इसके बाद राजनीतिक षड्यंत्र संबंधी कुछ तथ्य राज्य को दिए जा सकते हैं।

दंतेवाड़ा के झीरम घाटी में 6 साल पहले मई-2013 में नक्सलियों ने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं समेत 31 कांग्रेस नेता व सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस मामले में एनआईए ने अपनी चार्जशीट स्पेशल कोर्ट में सौंप दी है, लेकिन कांग्रेस झीरम कांड को राजनीतिक साजिश मानकर सीबीआई जांच की मांग करती रही। कांग्रेस सरकार बनने के बाद एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईजी उन पहलुओं की जांच कर रही है, जिसकी जांच एनआईए ने नहीं की है। इसके लिए एनआईए की जांच रिपोर्ट की जरूरत है।

रायपुर में एनआईए के आईजी आशीष कुमार ने डीजीपी अवस्थी से भेंट की। इस दौरान डीजीपी ने झीरम मामले की फाइल देने पर जोर दिया। आशीष कुमार ने भरोसा दिलाया है कि वे एनआईए प्रमुख को पूरी जानकारी देंगे, फिर उनके निर्देश पर फाइलें लौटाई जाएंगी। डीजीपी अवस्थी ने दैनिक भास्कर से बताया कि राज्य सरकार झीरम कांड को लेकर कुछ बिंदुओं पर जांच चाह रही है। उन बिंदुओं पर एनआईए जांच नहीं कर पा रही है, इसलिए हमने आईजी से फाइल उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिससे आगे जांच की जा सके।

राजनाथ और शाह को पत्र, कोर्ट में याचिका

झीरम मामले की फाइल एसआईटी को सौंपने के लिए राज्य की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय को पूर्व में दो पत्र भेजे गए हैं। पहले राजनाथ सिंह और फिर अमित शाह के नेतृत्व वाले मंत्रालय को लिखे गए हैं। हाल में एक और पत्र केंद्र को भेजा गया है। इसके अलावा बिलासपुर हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई है।

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