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क्राइम

छत्तीसगढ़ / रायपुर की टीम ने झाड़ियों में छुपाई गई छह मशीनें जब्त कीं, हाईवा के टायर पंक्चर किए

अवैध रेत खनन पर कार्रवाई सुरक्षाबलों के साथ 50 लोगों की टीम ने खदानों में दबिश दी

कांकेर . चारामा इलाके में लगातार हो रही रेत की चोरी रोकने शनिवार रात राज्य से आई टीम ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर भिरौद खदान जाकर कार्रवाई की। ये टीम सशस्त्र जवानों के साथ पूरी तैयारी से आई थी। लेकिन इसकी भनक माफिया को लग गई। जिससे प्रतिदिन सभी खदानों में नजर आने वाले सैंकड़ों हाईवा अचानक गायब हो गए। चैन माउंटेन मशीनें झाड़ियों व आसपास छिपा दी गई थी। लेकिन टीम ने उन्हें खोज निकाला। कुछ हाईवा खाली मिले जिसके टायर पर कील ठोंककर पंक्चर कर दिया गया। चेन माउंटेन की चेन निकाल दी गई। कुल 6 माउंटेन मशीने जब्त की गईं हैं। लेकिन माफिया को पहले से सूचना मिलने का मतलब है कि सिस्टम से ही सूचना लीक हुई है।

चारामा इलाके में महानदी के अलग-अलग घाट से बड़े पैमाने पर रात भर रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। इसकी शिकायत खनिज विभाग में कई बार की गई। लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हो रही थी। जिससे अवैध खनन जारी रहा। इसकी शिकायत राज्य खनिज विभाग में की गई थी। 28 सितंबर को राज्य खनिज विभाग से 25 सदस्यों का दल कांकेर पहुंचा। जिसमें विभाग के अधिकारियों के साथ 15 से अधिक हथियारबंद जवान थे। इस टीम में जिला प्रशासन से चारामा एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई, पटवारी, खनिज विभाग समेत चारामा थाना प्रभारी व पुलिस के जवान भी शामिल हो गए। जिससे टीम के सदस्यों की संख्या 50 के करीब हो गई।

जब शाम 6 बजे टीम कार्रवाई के लिए निकली तो रेत माफिया में हड़कंप मच गया। कार्रवाई से बचने हाईवा को मौके से रवाना कर दिया गया। मशीनें दूर नहीं ले जाई जा सकती थीं इसलिए उन्हें आसपास ही झाड़ियों में छिपा दिया गया। लेकिन टीम ने भिरौद की खदान के पास झाड़ियों तथा गिहरोला में रंगमंच के पास लाकर रखी एक-एक व हाराडुला तथा बासनवाही से दो-दो चेन माउंटेन मशीनों को खोज निकाला और जब्त किया। वाहन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

माफिया को कार्रवाई की भनक लग गई थी, इसलिए झाड़ियों में छुपा दी थी चेन माउंटेन

चेन माउंटेन मशीनों का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन ही नहीं किया जाता : कार्रवाई के दौरान जितनी भी चेन माउंटेन जब्त की गई, उनमें नंबर नहीं था। इस पर परिवहन विभाग से जब पूछा गया तो उनका जवाब था कि चेन माउंटेन मशीनें निर्माण कार्य के लिए होती हैं। वे सड़क पर चलने वाली गाड़ी नहीं है। जिससे उनका पंजीयन नहीं किया जाता है। इसी का फायदा उठाकर निर्माण कार्य के लिए लाई गई चेन माउंटेन मशीनों से जिले में अवैध खनन किया जा रहा है।

अब माफिया ही नहीं, रकम लेने कर्मचारी भी भयभीत : इस कार्रवाई से इलाके में माफिया के साथ-साथ प्रशासन के उन अधिकारी-कर्मचारियों में भी दहशत है जिन्हें खदान संचालक रेत चोरी के एवज में रकम दे रहे थे। रायपुर से आई राज्य की टीम को एेसे कुछ कर्मचारियों की जानकारी मिली है। उनकी सूची बना राजधानी ले जाया गया है। माना जा रहा है इसकी जांच की जाएगी।

किसी को 3 लाख तो किसी को कार तक के लिए किया फाइनेंस : रेत माफिया जब भी विरोध होता है वे गांव के कुछ लोगों को चंद रकम देकर उन्हें चुप करा देते हैं। जबकि दी गई रकम से प्रतिदिन सौ गुना अधिक कीमत की रेत की ढुलाई की जाती है। ग्राम हाराडुला में माफिया ने त्योहार के नाम पर कुछ ग्रामीणों को 3 लाख रुपए दिए हैं। बताया जा रहा है कि चारामा इलाके में पदस्थ एक शासकीय कर्मचारी को कार लेने के लिए रकम फायनेंस की गई है।

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