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क्राइमछत्तीसगढ़

अपराध / हनी व धर्मपाल को 14 िदन के लिए कोर्ट ने जेल भेजा

सुब्रतो राय व सुरेश रैना का गनमैन रह चुका है धर्मपाल

पिपरिया/हाेशंगाबाद .  मप्र के पचमढ़ी में रायपुर के कारोबारी कपिल कक्कड़ की हत्या करने वाले अाराेपी हनी ओबेराय और धर्मपाल को पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दाेनाें अाराेपियाें काे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए हैं। काेर्ट के अादेश के बाद उन्हें जेल भेज दिया है।

पिपरिया काेर्ट के एडीपीअाे चाैधरी विक्रम ने बताया कि अाराेपियाें की अाेर से हाईकाेर्ट से अाए वकील ने जमानत अर्जी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दी थी। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी फिराेज अख्तर ने अाराेपियाें की जमानत अर्जी खारिज करते हुए उन्हंे जेल भेजने के अादेश दिए हैं। अाराेपी हनी और धर्मपाल की जमानत के लिए दुर्ग से उनके मित्र बड़ी संख्या में पिपरिया की अदालत में पहुंचे थे। काेर्ट का निर्णय सुनते ही साथियाें के चेहराें पर निराशा छा गई।

पूछताछ के दौरान धर्मपाल ने बताया कि वह हनी अाेबेराय का पीएसअाे बनने के पहले पहले सुब्रतो राय और सुरेश रैना का गनमैन रह चुका है। दूसरी तरफ पचमढ़ी में ऑल इंडिया बाईकर्स एसोसिएशन के देश के विभिन्न हिस्साें से अाए सदस्य घटना के बाद शनिवार रात से ही होटल से वापस हाने लगे थे। रविवार की दोपहर तक अधिकांश सदस्य जा चुके थे। पुलिस ने सभी के बारे में होटल से जानकारी ले ली है।

हनी के वकील ने दिया पेट में जख्म का हवाला : कड़ी सुरक्षा के बीच पचमढ़ी थाना प्रभारी महेश टांडेकर दोनों आरोपियों को लेकर साेमवार दोपहर अदालत में पहुंचे। अदालत में आरोपियों की ओर से हाजिर जबलपुर उच्च न्यायालय अधिवक्ता सौरव शर्मा ने जमानत का आवेदन देते हुए कहा कि हनी के पेट में भी जख्म हुआ है वह गोली से हुआ है। अदालत इस बात को संज्ञान में ले। दूसरी ओर से अभियोजन पक्ष के एडीपीओ विक्रम चौधरी ने कार्रवाई में पुलिस जांच पूरी होने तक आरोपियों को जमानत ना देने के लिए अदालत से निवेदन किया। इसके बाद न्यायालय ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जाने का आदेश दिया है।

अागे क्या- अब अाराेपियाें के वकील की अाेर से सेशन काेर्ट में अर्जी लगाई जा सकती है, यहां से भी खारिज हाेने के बाद जमानत अर्जी हाईकाेर्ट में लगाई जा सकेगी। अभी अाराेपी जेल में हैं।  इस खबर के साथ फोटो 30 पीआईपी 7 और 8 भेजे जा रहे हैं  पिपरिया। न्यायालया मे आरोपियों को पेश करने के लिए ले जाते हुए पुलिस अधिकारी।

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