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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिप्पणी के मामले में एक दर्जन से अधिक FIR, सुप्रीम कोर्ट गए अर्णब गोस्वामी, आज सुनवाई…

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनिक टिप्पणी करने और साम्प्रदायिकता फैलाने के आरोप को लेकर देशभर के कांग्रेस शासित राज्यों में अपने खिलाफ एक दर्जन से अधिक एफआईआर दायर होने के बाद रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी ने राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अर्णब की तरफ से दायर याचिका पर आज (शुक्रवार) सुबह साढ़े दस बजे सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय पीठ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह सुनवाई करेंगे।

दूसरी तरफ अर्णब के खिलाफ गुरुवार को भी कई कांग्रेस शासित राज्यों में मुकदमें दर्ज होने का सिलसिला जारी रहा। अर्णब के खिलाफ पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड के अलग-अलग थानों में एक दर्जन से अधिक एफआईआर कांग्रेस नेताओं के द्वारा दर्ज कराई जा चुकी हैं। कल देर रात मुंबई में अर्णब पर कथित रूप से हमला भी हुआ था और इसके दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पंजाब के बटाला में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रोशन जोसफ ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अर्णब गोस्वामी ने टीवी डिबेट के दौरान अपनी टिप्पणी से दो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने की कोशिश की है। अबोहर में प्रदेश कांग्रेस यूनिट के हरोमोहिंदर सिंह की शिकायत पर अर्णब के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए और 504 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। इसके अलावा कांग्रेस नेताओं ने फतेहगढ़ और रूपनगर में भी टीवी पत्रकार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ऊपर अर्णब की टिप्पणी की निंदा की थी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी शर्मनाक और अस्वीकार्य है। जब वह भारत आई थीं तो 22 साल की थी और वह यहां पिछले 52 सालों से रह रही हैं। इस दौरान उनका ज्यादातर हिस्सा देश की सेवा में बीता है।”

राजस्थान के बीकानेर के नया शहर और हनुमानगढ़ जिले के हनुमानगढ़ टाउन थाने में भी कांग्रेस नेताओं की ओर से गुरुवार को अलग-अलग मामला दर्ज करवाया गया। इससे पहले बुधवार को भी जयपुर के दो अलग-अलग थानों में अर्णब गोस्वामी के खिलाफ शिकायतें की गई थीं।

बीकानेर में नया शहर के थानाधिकारी गुरु भूपेंद्र ने बताया कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत ने गोस्वामी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि गोस्वामी ने टीवी पर सोनिया गांधी के खिलाफ बहुत ही अभद्र व निंदनीय भाषा का प्रयोग किया है। अर्णब के खिलाफ आईपीसी की धारा 153, 295 ए और 505 बी में मामला दर्ज किया है। हनुमानगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया है कि अर्णब गोस्वामी ने महाराष्ट्र के पालघर में संतों की हत्या के अपराध को कांग्रेस और वामपंथी विचारधारा वाले दलों का षड्यंत्र बताकर समुदाय में धार्मिक और राजनीतिक सौहार्द्र बिगाड़ने व लोगों को भडक़ाने का प्रयास किया है। इस थाने में आईपीसी की धारा 153, 505, 469, 471, 499, 500, 120बी तथा धारा 51, 52 आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं 66 ए आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने कांग्रेस नेताओं की शिकायतों पर अर्णब गोस्वामी के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अर्णब पर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। दूसर तरफ, कांग्रेस नेता गिरीश दुबे ने पत्रकार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कोरोना वायरस को लेकर दिए गए सुझावों को गलत ढंग से पेश करने का आरोप लगाया है। रायपुर जिले के एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि गोस्वामी के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायतों पर दो मामले दर्ज किए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, ”रिपब्लिक और आर. भारत टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी के इस अनर्गल बकवास को पत्रकारिता कह सकते हैं? यह तो सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का कुत्सित प्रयास है। न भाषा की मर्यादा न किसी की मान मर्यादा का ध्यान। यह तो अपराध है। संज्ञेय और दंडनीय अपराध।” उन्होंने कहा कि हमारे रिपब्लिक का कानून फर्जी रिपब्लिक को सबक सिखाने में सक्षम है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ”मैं न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से संपादक और उनके चैनल के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। मुझे उम्मीद है कि उनके नियोक्ता उन्हें तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहेंगे।”

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