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बिलासपुर: शिक्षा संभाग कार्यालय ने तुमान के प्राचार्य पी पटेल को किया तलब…नोटिस देकर कहा-आपके खिलाफ दो शिकायतों की जांच होगी…इन्हें भी साथ लाएं…

बिलासपुर। कोरबा के अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं के प्रैक्टिकल अंक सार्वजनिक करने के मामले को लेकर हुई शिकायत पर जांच शुरू हो गई है। शिक्षा संभाग बिलासपुर कार्यालय ने शाउमाशा तुमान के प्राचार्य पुरुषोत्त्म पटेल को नोटिस जारी कर 8 जून की सुबह 11 बजे तलब किया है। नोटिस में कहा गया है कि आपके खिलाफ दो शिकायतें हुई हैं, जिसकी जांच की जाएगी। शिकायतकर्ता ने प्राचार्य पटेल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् 12वीं के स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल अंक बोर्ड परीक्षा के नतीजे निकलने से पहले ही एक वाट्सएप ग्रुप पर शेयर कर दिया था।

बता दें कि बिलासपुर निवासी रामवतार श्रीवास ने बीते 3 जून 2020 को शिक्षा संभाग बिलासपुर के संयुक्त संचालक के नाम एक शिकायत भेजी थी, जिसमें बताया गया था कि माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर छत्तीसगढ़ शासन ने सत्र 2019-20 में बोर्ड कक्षाओं की प्रायोगिक परीक्षाएं सभी हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी स्कूलों में जनवरी 2020 में आयोजित कराई थीं, जिसके नतीजे वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम के साथ 15 जून के बाद जारी किए जाएंगे। शिकायतकर्ता का आरोप है कि नतीजे जारी होने से पहले ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तुमान के प्राचार्य पुरुषोत्तम पटेल ने अग्रगमन कोचिंग सह अध्ययन केंद्र में 12वीं में अध्ययनरत छात्रों को दिए गए प्रैक्टिकल अंक को सार्वजनिक कर दिया है। उन्होंने अपने मोबाइल नंबर 9302972487 से 23 जनवरी 2020 को दोपहर 1:11 बजे अपने स्कूल के वाट्सएप ग्रुप में सभी छात्रों के प्रैक्टिकल अंक की सूची वायरल कर दी है, जिसमें स्कूल स्टॉफ के अलावा कई छात्र-छात्राएं जुड़े हुए हैं। इसके चलते वार्षिक परीक्षा के नतीजे निकलने से पहले ही अग्रगमन सेंटर में पढ़ने वाले सभी छात्रों को अपना प्रैक्टिकल अंक पता चल गया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में वाट्सएप ग्रुप में वायरल की गई सूची को संलग्न किया है। शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, स्कूल शिक्षा सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव, लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त, क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर के संभागीय अधिकारी, बिलासपुर कमिश्नर और कोरबा कलेक्टर को प्रेषित की है, जिसमें कहा गया है कि प्राचार्य पुरुषोत्तम पटेल ने अपने मोबाइल नंबर से वाट्सएप ग्रुप पर नतीजे निकलने से पहले ही प्रायोगिक परिणाम को भेजकर गोपनीयता भंग की है, जो आपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है। यह मामला मीडिया में उछलने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। इससे पहले भी 12 मई 2020 को प्राचार्य पटेल के खिलाफ एक और शिकायत की गई थी, जिसमें अनुपस्थित छात्रों को प्रैक्टिकल अंक देने का आरोप है। शिक्षा संभाग बिलासपुर के संयुक्त संचालक ने दोनों शिकायतों की जांच के लिए उप संचालक आरएन हीराधर के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की है। उन्होंने कमेटी से जल्द ही रिपोर्ट मांगी है। जांच अधिकारी व उप संचालक हीराधर ने प्राचार्य पुरुषोत्त्म पटेल को बीते दिनों एक नोटिस भेजा है, जिसमें दोनों शिकायतों का उल्लेख है। नोटिस में कहा गया है कि 8 जून की सुबह 11 बजे दस्तावेज के साथ इस कार्यालय में उपस्थित हों। साथ ही संस्था के परीक्षा प्रभारी व सभी आंतरिक परीक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।

जांच में दोषी मिला तो होगी कड़ी कार्रवाई: हीराधर

जांच अधिकारी आरएन हीराधर का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। जांच में यदि शिकायत सही पाई गई तो दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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