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हीटवेव अलर्ट: देश के इन हिस्सों में आज से फिर शुरू होगा लू का कहर, जानें कब से मिलेगी राहत…

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को एक ताजा हीटवेव यानी लू की चेतावनी दी है। गुरुवार से इसके उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से को प्रभावित करने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। इसी दौरान मध्य भारत में शुरू में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाएगा, लेकिन उसके बाद लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी जा सकती है।

दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में (17 से 19 मई के दौरान) हीटवेव की स्थिति बनी रहने की संभावना है। बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू संभाग और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में 17 मई को; उत्तर मध्य प्रदेश और विदर्भ में 17, 20 और 21 मई को; दक्षिण पंजाब और दक्षिण हरियाणा में 19 और 20 मई को; पश्चिम राजस्थान में 18 से 21 मई और पूर्वी राजस्थान में 20 और 21 मई को लू चलने की प्रबल संभावना है।

45 डिग्री को पार करेगा पारा

जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान (स्काईमेट वेदर) के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, “उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान फिर से 45 डिग्री सेल्सियस को पार करने की संभावना है। 20 मई तक एक छोटी लेकिन मजबूत गर्मी की लहर होगी। इसके बाद 21 और 22 मई के आसपास कुछ प्री-मॉनसून गतिविधि की उम्मीद कर रहे हैं जो गर्मी की लहर की स्थिति को दूर करने में मदद करेगी। अंडमान क्षेत्र में मानसूनी हवाएं तेज होंगी।”

आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां देखी जाएंगी। मानसून 16 मई को अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर पहुंच गया था।

आईएमडी ने कहा कि निचले क्षोभमंडल स्तरों में बंगाल की खाड़ी से अंडमान सागर तक मजबूत क्रॉस इक्वेटोरियल प्रवाह के कारण अगले पांच दिनों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में व्यापक बारिश होने की संभावना है।

21 मई तक हीटवेव की स्थिति की उम्मीद

अगले तीन दिनों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग भारी बारिश के अलावा गरज-चमक / बिजली / तेज हवाओं की चपेट में आने की संभावना है। इसके अतिरिक्त अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में भी हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा, “हम 21 मई तक गर्मी की लहर की स्थिति की उम्मीद कर सकते हैं। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ और बड़े पैमाने पर पूर्वी हवाओं के मजबूत होने के साथ बहुत अधिक बादल छाए रहेंगे। इस बीच में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।”

देश के इन इलाकों में होगी बारिश

बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व और उससे सटे पूर्वी भारत में तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं और उत्तर-पश्चिम राजस्थान से पश्चिम असम तक एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा के कारण, अरुणाचल प्रदेश, असम-मेघालय में छिटपुट भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 17 और 18 मई को मेघालय में छिटपुट अत्यधिक भारी बारिश (20 सेंटीमीटर से अधिक) होने की संभावना है। 17 और 18 मई को मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

अगले चार दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ छिटपुट हल्की बारिश होने की संभावना है। निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में केरल और पड़ोस के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और निचले क्षोभमंडल स्तरों में एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ पश्चिम विदर्भ से उत्तरी केरल तक जाती है।

इन प्रणालियों के प्रभाव में अगले पांच दिनों में केरल-माहे, तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप और रायलसीमा में अलग-अलग गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों में केरल-माहे, तमिलनाडु, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और अगले दो दिनों में भारी बारिश की संभावना है।

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