स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव बोले- छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी कठिन, बीजेपी को सवाल उठाने का हक नहीं…
शराबबंदी का मामला एक बार फिर गरमा गया है। दरअसल चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस की तरफ से जारी...
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के बयान से प्रदेश में शराबबंदी का मामला एक बार फिर गरमा गया है। दरअसल चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस की तरफ से जारी जनघोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी करने का वादा किया गया था। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार अभी तक अपने इस वादे को अमलीजामा नहीं पहना सकी है। इधर कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार करने वाले टी.एस सिंहदेव ने शराबबंदी को कठिन बताकर एक बार फिर मामला गरमा दिया है।
छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी संभव नहीं है
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने शराब को सरकारी दुकानों से बेचने की नीति बनाई थी। भाजपा के शासनकाल में ही अधिक बियर बार खोले जाने की अनुशंसा की गई थी। सिंहदेव ने आगे कहा कि ऐसी नीति बनाने वाली भाजपा को सरकार से शराबबंदी पर सवाल करने का हक नहीं हैं। सिंहदेव आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी करना कठिन है,वहीं आदिवासी क्षेत्र में शराबबंदी संभव नहीं है।
जनता को बनाया बेवकूफ: इधर छत्तीसगढ़ भाजपा के मीडिया इंचार्ज अमित चिमनानी ने सिंहदेव के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 4 साल से कांग्रेस सरकार शराबबंदी के नाम पर जनता को अनेकों बार बेवकूफ बना चुकी है। कई बार कमेटियों का जिक्र कर या अन्य राज्यों में अध्ययन की बात करके इस सरकार ने 4 साल गुजार दिए और आज खुले रूप में यह कह रही है कि शराबबंदी करना कठिन है यह कहने के साथ-साथ कांग्रेस सरकार को जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए और कह देना चाहिए कि हमने सत्ता में आने के लिए या झूठा वादा किया था।
पलटवार: भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा की यह बात आश्चर्यजनक है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया और अब यह बताती फिर रही है कि भाजपा के कार्यकाल में क्या होता था भाजपा ने कभी भी पूर्ण शराबबंदी का वादा नहीं किया, यह वादा कांग्रेस पार्टी ने किया, साथ ही चुनाव के समय पूरे प्रदेश में बड़े-बड़े पोस्टरों के माध्यम में इस बात का प्रचार किया कि वह शराबबंदी करेंगे, प्रचार के समय कांग्रेस ने हर वादे को सरकार आते ही जल्द से जल्द पूर्ण करने की बात भी कही गई थी । लेकिन अब कांग्रेस सरकार के लिए शराब एक व्यापार है।
अमित ने एक वायरल ऑडियो का हवाला देते हुए कहा कांग्रेस के नेता स्वयं शराब की दुकानों से अवैध वसूली करते फिर रहे हैं इसके कई ऑडियो वायरल हो चुके हैं स्वयं शराब बेचने वाले लोगों के ऑडियो में कथन हैं कि वह शराब में मिलावट करते हैं अवैध रूप से शराब को बेचते हैं इसीलिए वह कांग्रेस के नेताओं को रिश्वत स्वरूप कुछ पैसे भी देते हैं और यह पैसा ऊपर तक जाता है ऐसे में जनता के साथ एक बहुत बड़ा धोखा हुआ है और इससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस एक झूठे वादे करने वाली पार्टी है वह अब कोई भी कांग्रेस पर विश्वास नहीं करेगा।