बिलासपुर। स्मार्ट सिटी लिमिटेड (नगर निगम) की ओर से सरकंडा स्थित नूतन चौक में संचालित सेंट्रल लाइब्रेरी में फीस बढ़ोतरी व समय में कटौती के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। उन्होंने लाइब्रेरी के बाहर ताला लगा दिया। निगम आयुक्त के साथ मीटिंग का भी कोई नतीजा नहीं निकलने पर शाम को वे लाइब्रेरी के सामने धरने पर बैठ गए। रात में प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी। अंतत: छात्र देर रात तक यहां धरने पर बैठे रहे।
शहर में साल 2021 में सेंट्रल लाइब्रेरी बनाई गई थी, जहां मौजूदा समय में परीक्षाओं की तैयारियों के लिए पढ़ने आते हैं। लेकिन बीते दिनों लाइब्रेरी प्रशासन ने निर्देश जारी करते हुए फीस में वृद्धि और बैठकर पढ़ने के समय में कटौती कर दी है। इस निर्देश के सामने आने के बाद से ही यहां पढ़ने वाले छात्रों के बीच नाराजगी बनी हुई है। फीस न बढ़ाए जाने और समय में कटौती न किए जाने की मांग को लेकर यहां पढ़ने वाले छात्रों ने नगर निगम कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इन सबके बाद भी रास्ता नहीं निकलने पर छात्रों ने धरना-प्रदर्शन का फैसला किया। धरने में बैठे छात्रों से मिलने देर रात नायब तहसीलदार नेहा विश्वकर्मा मौके पर समझाइश देने पहुंचीं। वही छात्रों का आरोप है कि प्रशासन उनकी मांग को सुनने के बजाए उनके सेंट्रल लाइब्रेरी में एडमिशन रद कराने और उन पर एफआइआर दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है।
पहले लगाया ताला, फिर बैठे धरने पर: सेंट्रल लाइब्रेरी में लागू हुए नए नियम के खिलाफ सेंट्रल लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों ने दिन के वक्त लाइब्रेरी के मेन गेट पर ताला लगाकर प्रदर्शन किया। वहीं शाम को बड़ी संख्या में छात्र मेन गेट के सामने बैठकर संविधान की प्रस्तावना का पाठ कर अपना विरोध प्रदर्शन जाहिर किया। नायब तहसीलदार के वहां से जाने के बाद भी छात्र हाथों में बैनर पोस्टर लेकर देर रात तक प्रदर्शन करते रहे।
ये है छात्रों की मांग: छात्र-छात्राओं की मांग है कि सेंट्रल लाइब्रेरी में पिछले दो वर्षों से शुल्क 500 रु प्रति माह था, जिसे एक अगस्त से बढ़ाकर 1100 रु प्रतिमाह कर दिया गया है। उनका कहना है कि लाइब्रेरी में विभिन्न श्रेणी, वर्ग के छात्र हैं और सभी के लिए यह शुल्क देना संभव नहीं है। नया लाया गया पाली सिस्टम (शिफ्ट) को खत्म कर पूर्व यथावत सिस्टम को बहाल किया जाए। इसके अलावा, पूर्व में समय सुबह आठ से रात 10 बजे था, जिसे कम करके 9:30 कर दिया गया है। छात्रहित में निर्णय लेते हुए यथासंभव कार्यवाही करने की मांग की गई है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड का जवाब: स्मार्ट सिटी लिमिटेड (नगर निगम) के तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सफाई दिया है और कहा कि अंचल की पहली सेंट्रल लाइब्रेरी को अत्याधुनिक सुविधाओं और छात्रों की जरूरतों के हिसाब से और भी उन्नत और व्यवस्थित किया जा रहा है। सेंट्रल लाइब्रेरी का सुविधाओं का किया जा रहा है विस्तार, जिसमें फूड कोर्ट, बायोमेट्रिक एंट्री और पुस्तकों में आरएफआईडी सिस्टम जैसी हाईटेक सुविधाओं से लाइब्रेरी को व्यवस्थित किया जा रहा है। इसके अलावा छात्रों के लिए एसी, लिफ्ट का मेंटेनेंस, डिजिटल बुक्स की उपलब्धता, पानी की समुचित व्यवस्था, कर्मचारियों की उपलब्धता समेत अन्य सुविधाओं का सफल संचालन किया जाएगा।
फूड कोर्ट समेत अन्य सुविधाएं: सेंट्रल लाइब्रेरी में अब तक फूड कोर्ट नहीं होने से छात्रों को घंटों की पढ़ाई के बाद खाने पीने के लिए भटकना पड़ता था। पर अब लाइब्रेरी परिसर में हाइजीन और सुव्यवस्थित कैंटीन शुरू किया जा रहा है,पहले मैन्युअल मेंबरशिप की व्यवस्था थी अब वेबसाइट के जरिए कोई भी सीट खाली होने पर मेंबरशिप ले सकेगा https://bscldigitallibrary.in/ इस पर क्लिक करके मेंबरशिप लिया जा सकेगा। पुस्तकों में आरएफआईडी सिस्टम इंस्टाल किया जा रहा है,जिससे कोई भी पुस्तक को अनाधिकृत रूप से बाहर नहीं ले जा सकेगा। हाईस्पीड की इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।
दो नहीं सिर्फ जनरल शिफ्ट रहेगा: नई सुविधाओं के साथ संचालन में दो शिफ्ट की बात आ रही थी पर स्मार्ट सिटी ने स्पष्ट किया है की दो शिफ्ट प्रणाली नहीं रहेगा एक ही शिफ्ट में लाइब्रेरी का संचालन किया जाएगा।
700 रूपये है फीस: इन सुविधाओं के साथ संचालन के बीच में 1100 रूपये प्रति माह फीस की अफवाह उड़ाया गया है। समय रहते अफवाहों को दूर करने की आवश्यकता है, इसलिए बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने स्पष्ट किया है की फीस 700 रूपये है। 1100 रूपये की फीस अफवाह है। इसलिए छात्र किसी के बहकावें में ना आए सीधे लाइब्रेरी प्रबंधन से संपर्क करें।