
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, में 30 सितंबर, 2021 को एक विशेष विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायालय की प्रतिष्ठित अधिकारी, श्रीमती चंद्रकला आतुर को उनके सेवानिवृत्ति पर सम्मानित किया गया। श्रीमती आतुर ने अपनी सेवा की शुरुआत 1991 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खण्डपीठ से की थी, और राज्य विभाजन के बाद, उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में अपनी सेवाएं निरंतर जारी रखीं। उनकी लंबी और अनुकरणीय सेवा के लिए न्यायालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के ऑडिटोरियम में किया गया, जहां न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल सहित अन्य न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर, श्रीमती आतुर को उनके भविष्य के जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गईं और उनके स्वस्थ और समृद्ध जीवन की कामना की गई। विदाई के इस भावुक पल में न्यायालय के समस्त अधिकारीगण और कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।
श्रीमती आतुर ने अपने तीन दशकों से अधिक के कार्यकाल के दौरान अद्वितीय सेवा और निष्ठा का परिचय दिया। उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में उच्च न्यायालय में कई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुए। उनकी विदाई के साथ न्यायालय एक अनुभवी और कुशल अधिकारी से विदा ले रहा है, जिन्होंने न केवल अपने कार्य के प्रति समर्पण दिखाया, बल्कि न्यायालय की प्रतिष्ठा को भी ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
इस अवसर पर उच्च न्यायालय के सभी सदस्यों ने उनके योगदान की सराहना की और उनके स्वस्थ, खुशहाल भविष्य की कामना की।