बिलासपुर। 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर तहसील कार्यालय बिलासपुर में एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य महात्मा गांधी के स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यालय परिसर की सफाई से हुई, जिसमें तहसील कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते नज़र आए।
इस विशेष अवसर पर एसडीएम पीयूष तिवारी के नेतृत्व में अधिकारियों और कर्मचारियों ने न केवल कार्यालय परिसर की सफाई की, बल्कि स्वच्छता बनाए रखने की शपथ भी ली। शपथ समारोह के दौरान एसडीएम तिवारी ने कहा, “स्वच्छता सिर्फ़ एक दिन का कार्य नहीं है, यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। हमें रोजमर्रा के जीवन में स्वच्छता का पालन करना चाहिए, जिससे हम एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकें।”
अभियान के तहत कार्यालय के सभी कमरों, गलियारों, और बाहर के परिसर की सफाई की गई। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने साफ-सफाई के साथ-साथ कचरे के सही प्रबंधन और पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) के महत्व पर भी चर्चा की। अभियान के अंत में उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता से संबंधित सुझाव और दिशा-निर्देश दिए गए।
महात्मा गांधी हमेशा से स्वच्छता के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने कहा था, “स्वच्छता स्वतंत्रता से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है।” उनके इसी आदर्श को ध्यान में रखते हुए, हर वर्ष गांधी जयंती के अवसर पर देशभर में स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। तहसील कार्यालय बिलासपुर द्वारा आयोजित इस स्वच्छता अभियान ने इस महान संदेश को दोहराते हुए समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी कर्मचारियों और अधिकारियों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे स्वच्छता को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे और इसे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे। इस प्रकार का अभियान समाज में स्वच्छता के महत्व को समझाने और इसे एक आदत के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
इस स्वच्छता अभियान ने न सिर्फ़ कार्यालय को स्वच्छ बनाया बल्कि इसके माध्यम से सभी ने महात्मा गांधी के स्वच्छता संदेश को सार्थक रूप में आत्मसात करने का प्रयास किया।