बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण ने मस्तुरी ब्लॉक स्थित जयराम नगर आत्मानंद स्कूल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ। इस निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में गंदगी और शिक्षकों के स्वेच्छाचारी व्यवहार ने प्रशासनिक अधिकारियों को हैरान कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, स्कूल के प्राचार्य, संकुल समन्वयक और पांच अन्य शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर अवनीश शरण ने पाया कि विद्यालय परिसर में साफ-सफाई का बहुत अभाव था। स्कूल परिसर में फैली गंदगी और अव्यवस्था ने यह स्पष्ट कर दिया कि स्वच्छता पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। यह स्थिति न केवल छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती है, बल्कि प्रशासनिक और शिक्षकीय अनुशासन की गंभीर कमी को भी उजागर करती है।
साथ ही, निरीक्षण में यह भी पाया गया कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों के प्रति उदासीन हैं। कई शिक्षक बिना उचित समय पर उपस्थित हुए कक्षाओं का संचालन कर रहे थे, और कुछ शिक्षक तो अपनी इच्छानुसार विद्यालय से अनुपस्थित थे। इस प्रकार की लापरवाही और स्वेच्छाचारी रवैया न केवल स्कूल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि छात्रों के शैक्षणिक भविष्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
निरीक्षण में पाई गई अनियमितताओं के कारण कलेक्टर अवनीश शरण ने तुरंत एक्शन लेते हुए विद्यालय के प्राचार्य, संकुल समन्वयक और पाँच शिक्षकों को निलंबित कर दिया। इस कठोर कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में अनुशासन की स्थापना और शैक्षिक वातावरण में सुधार लाना है। कलेक्टर शरण ने यह स्पष्ट किया कि प्रशासन शैक्षणिक संस्थानों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और स्वेच्छाचारिता को बर्दाश्त नहीं करेगा।
शिक्षा की गुणवत्ता का सीधा संबंध शिक्षकों के अनुशासन और विद्यालय की साफ-सफाई जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं से है। स्वच्छ वातावरण में छात्रों का मानसिक और शारीरिक विकास बेहतर होता है। कलेक्टर के इस कदम से यह संदेश साफ़ है कि प्रशासन छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन के वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए सख्त है।
बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा जयराम नगर आत्मानंद स्कूल में किए गए औचक निरीक्षण ने स्कूलों में स्वच्छता और शिक्षकीय अनुशासन की अनिवार्यता को रेखांकित किया है। निलंबन की यह कार्रवाई अन्य विद्यालयों के लिए भी एक चेतावनी है कि शैक्षिक व्यवस्था में लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगे इस प्रकार की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए और कौन से कदम उठाए जाते हैं, ताकि छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बनाया जा सके।
निलंबन की अनुशंसा वाले शिक्षकों के नाम –
- 1. एम मोइत्रा
प्राचार्य - 2. मनोज कुमार तिवारी
व्याख्याता (एल बी) - 3. उषा महानंद
व्याख्याता (एल बी) - 4. प्रदीप कुमार राठौर
व्याख्याता (एल बी) - 5. गणेश राम मिरी
संकुल समन्वयक।