Thursday, April 10, 2025
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रेलवे सुरक्षा को मजबूत बनाने पर जोर: 5वीं अखिल भारतीय GRP प्रमुखों की सम्मेलन में रेलवे सुरक्षा को मजबूत करने और यात्री शिकायतों के समाधान पर जोर…

नई दिल्ली, 17 दिसंबर 2024:

भारतीय रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और रेलवे मंत्रालय के संयुक्त प्रयासों से आयोजित 5वीं अखिल भारतीय GRP (Government Railway Police) प्रमुखों का सम्मेलन आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य रेलवे सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाना, यात्री शिकायतों का त्वरित समाधान और रेलवे नेटवर्क पर अपराध निवारण के लिए नई रणनीतियां विकसित करना था।

इस कार्यक्रम में रेलवे सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों ने रेलवे की सुरक्षा संरचना को सुदृढ़ करने, यात्री शिकायतों की प्रक्रिया को सरल बनाने, और रेलवे पुलिस बल (RPF) व GRP के बीच समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया।

प्रमुख बिंदु और चर्चाएं:

1. उद्घाटन और दृष्टिकोण:
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री सतिश कुमार ने उद्घाटन भाषण दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए GRP और RPF के बीच तालमेल और सहयोग बेहद आवश्यक है। श्री कुमार ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते,” “ऑपरेशन AAHT,” और “मेरी सहेली” जैसी पहलों की सराहना की।

DG-RPF, मनोज यादव ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि रेलवे सुरक्षा में नए तकनीकी साधनों और आधुनिक संरचना को शामिल करना समय की मांग है। उन्होंने यात्री अपराधों से निपटने के लिए सुरक्षा तंत्र को अधिक कुशल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

2. यात्री शिकायत और अपराध नियंत्रण पर फोकस:
सम्मेलन में रेलवे मदद पोर्टल पर पंजीकृत यात्री शिकायतों और वास्तविक अपराध मामलों के पंजीकरण के तुलनात्मक विश्लेषण पर चर्चा हुई। इसमें यह स्पष्ट किया गया कि अपराध रिपोर्टिंग प्रक्रियाओं को सरल और तेज बनाने की आवश्यकता है।

“Zero FIR” की अवधारणा और राज्यों के बीच प्रभावी अपराध रिपोर्टिंग के लिए “e-FIR” प्रणाली को लागू करने पर भी जोर दिया गया। यह पहल यात्रियों को तेजी से न्याय दिलाने और अपराधों की जांच को अधिक सटीक बनाने में मदद करेगी।

3. मानव संसाधन और बुनियादी ढांचा:
GRP और RPF के लिए मानव संसाधन और बुनियादी ढांचे की आवश्यकताओं को तय करने के लिए समान मानकों की आवश्यकता पर चर्चा हुई। रेलवे नेटवर्क की जटिलताओं और भौगोलिक विविधताओं को ध्यान में रखते हुए एक समर्पित समिति बनाई गई है, जो समयबद्ध तरीके से इन मानकों को विकसित करेगी।

4. आधुनिक तकनीक और सुरक्षा रणनीतियां:
सम्मेलन में रेलवे सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकों जैसे सीसीटीवी निगरानी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग बढ़ाने पर सहमति हुई। प्रतिभागियों ने एक संरचित और स्केलेबल सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता पर भी बल दिया।

सम्मेलन के परिणाम और समापन:
DG-RPF, मनोज यादव ने अपने समापन भाषण में सम्मेलन की सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह सम्मेलन हमारे साझा दृष्टिकोण और संकल्प को मजबूत करता है। रेलवे सुरक्षा को आधुनिक बनाने और मानव संसाधन चुनौतियों का समाधान कर, हम यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

प्रतिभागियों ने यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रौद्योगिकी के उपयोग, हितधारकों के समन्वय और अपराध निवारण रणनीतियों को लागू करने पर सहमति व्यक्त की।

सम्मेलन से यह स्पष्ट हुआ कि रेलवे सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई तकनीकों, संरचनात्मक सुधारों, और राज्य व केंद्रीय सुरक्षा बलों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना अनिवार्य है। यात्रियों की सुरक्षा और शिकायत निवारण में सुधार के लिए यह सम्मेलन मील का पत्थर साबित होगा।

इस सफल आयोजन ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और यात्रियों के विश्वास को बढ़ाने की दिशा में एक नई शुरुआत की है।

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