बिलासपुर। वर्ष 2024 में पुलिस ने अपराधों पर नियंत्रण और शांति व्यवस्था कायम करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। गंभीर अपराधों के आरोपियों को गिरफ्तार करने से लेकर सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन तक, पुलिस ने प्रभावी कदम उठाए। अपराध की रोकथाम, नशा व्यापार के विरुद्ध कार्रवाई, साइबर अपराधों पर नियंत्रण, और जनजागरूकता अभियान जैसे पहलुओं पर पुलिस का ध्यान केंद्रित रहा।
वर्ष 2024 की शुरुआत में 1,354 लंबित अपराधों के अतिरिक्त 13,127 नए अपराध दर्ज किए गए, जिनमें से 14,481 मामलों में से केवल 8.83% ही वर्तमान में लंबित हैं। यह त्वरित कार्रवाई और विवेचना की प्रभावशीलता को दर्शाता है। अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस ने रात्रि गश्त में सख्ती बरती, 45 प्वाइंट्स पर सुरक्षा बल तैनात किए गए, और आपात स्थितियों से निपटने के लिए अधिकारी तैयार रहे।
नशा मुक्त समाज की दिशा में अभियान
बिलासपुर पुलिस ने नशे के व्यापार और इसके नेटवर्क को समाप्त करने के लिए प्रभावी अभियान चलाए।
- – नशे के सौदागरों की संपत्ति जब्त: नशीले पदार्थों के आदतन तस्करों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई प्रदेश में पहली बार की गई।
- – मुख्य अपराधियों की गिरफ्तारी: विभिन्न मामलों में लाखों की नशीली सामग्री जब्त कर अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
- – चेकिंग प्वाइंट्स: मादक पदार्थों की आपूर्ति रोकने के लिए प्रमुख मार्गों पर जांच अभियान चलाए गए।
- – जागरूकता कार्यक्रम: स्कूल-कॉलेजों और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए नशे के दुष्प्रभावों पर लोगों को शिक्षित किया गया।
साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई
बिलासपुर पुलिस ने साइबर अपराधों के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की।
- – ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़: “अन्ना रेड्डी सट्टा ऐप” चलाने वाले अभियुक्तों से करोड़ों का अवैध धन और उपकरण बरामद किए गए।
- – साइबर ठगी के मामलों में कार्रवाई: तकनीकी साधनों और विवेचना के माध्यम से अंतर्राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का पर्दाफाश किया गया।
अंतर्राज्यीय अपराधियों पर कार्रवाई
बिलासपुर पुलिस ने उड़ीसा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से जुड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया। चोरी, मादक पदार्थ तस्करी, और मवेशी तस्करी जैसे मामलों में अभियुक्तों को पकड़ा गया।
– उड़ीसा के गंजाम गैंग से 6 लाख के आभूषण और अन्य सामग्री बरामद की गई।
– उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर जब्बार गौरी गिरोह से हथियार, गांजा, और मवेशी तस्करी के उपकरण जब्त किए गए।
सामुदायिक पुलिसिंग: “चेतना” अभियान
जन भागीदारी से अपराध नियंत्रण की दिशा में “चेतना” अभियान का शुभारंभ किया गया।
- – लक्ष्य: महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, साइबर फ्रॉड और संगठित अपराधों पर नियंत्रण।
- – उपलब्धियां: 1,200 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर 50,000 लोगों तक पहुंच बनाई गई।
- – सोशल मीडिया पहल: पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से जन समस्याओं का समाधान किया।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां
- – आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई: 217 प्रकरणों में 6 पिस्टल, 10 देशी कट्टे, और अन्य धारदार हथियार जब्त।
- – गुंडा फाइल तैयार: 90 बदमाशों की नई फाइलें तैयार कर सख्त निगरानी रखी गई।
- – ऑपरेशन स्ट्रीट: हर थाना क्षेत्र में पैदल पेट्रोलिंग कर आम जनता तक पुलिस की पहुंच सुनिश्चित की गई।
बिलासपुर पुलिस की 2024 की कार्यवाहियों ने अपराध नियंत्रण और सामाजिक सुधार की दिशा में एक मिसाल पेश की। नशे, संगठित अपराध, और साइबर फ्रॉड के विरुद्ध जारी यह जंग एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज की नींव रखती है। पुलिस के समर्पण और जन भागीदारी से “अतुलनीय बिलासपुर, सुरक्षित बिलासपुर” का सपना साकार हो रहा है।