रायपुर, छत्तीसगढ़: राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड पर शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब निर्माणाधीन 8 मंजिला इमारत की छत गिरने से कई मजदूर मलबे में दब गए। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र की है, जहां इमारत निर्माण के दौरान छत की ढलाई का काम चल रहा था।
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इमारत की छत ढलाई के दौरान अचानक भरभराकर गिर गई। सेंटरिंग और लोहे की रॉड भी नीचे गिर गईं, जिससे मजदूर मलबे में दब गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन की टीम ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। अब तक कई मजदूरों को मलबे से निकाला जा चुका है और उन्हें पास के वीवाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह और एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। कलेक्टर ने बताया कि मृतक मजदूर की पहचान अभी नहीं हो पाई है। उन्होंने यह भी कहा कि इमारत निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि हादसे की पूरी जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है।
हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और अविनाश ग्रुप के खिलाफ सवाल खड़े हो रहे हैं। यह इमारत अविनाश ग्रुप के अंतर्गत बनाई जा रही थी। जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि क्या निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। बताया जा रहा है कि निर्माण में लगे मजदूरों में कई दूसरे राज्यों से आए थे।
घायल मजदूरों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं, और उनकी हालत चिंताजनक है। प्रशासन ने सभी घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह हादसा हुआ। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस बल और आपदा प्रबंधन की टीमों को मौके पर तैनात किया गया है।
यह हादसा न केवल मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि निर्माण कार्यों में लापरवाही कितनी खतरनाक हो सकती है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है।